अजमेर। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार 16 दिनों के भीतर 26 अवैध बूचड़खानों पर प्रतिबंध लगा चुकी है जिसके चलते मीट कारोबारिओं में आक्रोश देखने को मिल रहा है। इसी बीच अजमेर दरगाह के दीवान की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बीफ बैन करने की गुहार काफी भारी पड़ गई जिसके चलते उन्हें दरगाह के दीवान पद से हटा दिया गया है।
दरअसल सैयद जैनुल आबेदी अली खान ने पीएम मोदी से अपील करते हुए कहा था कि वो गौवंश के वध और इनके मांस की बिक्री पर पूरे तरह से रोक लगा दे। साथ ही मुस्लिम समाज से अपील करते हुए कहा था कि बीफ को लेकर के दो समुदायों के बीच दूरियां बढ़ रही है। इसलिए उन्होंने ऐलान किया था कि वो खुद गोमांस नहीं खाएंगे और परिवार भी ऐसा ही करेगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि गाय सिर्फ एक जानवर नहीं है बल्कि हिन्दुओं की आस्था का प्रतीक है। गोमांस दो समुदायों की बीच में ना केवल दूरियां बढ़ा रहा है बल्कि भारत की गंगा-जमुनी तहजीब को भी झटका लग रहा है ऐसे में सभी मुसलमानों को गोमांस खाना बंद करना चाहिए।
जैनुल के इस ऐलान के बाद ही उनके भाई अलाउद्दी आलिमी ने उन्हें दरगाह के दीवान पर से हटाते हुए खुद को हजरत मोईनुद्दीन चिश्ती दरगाह का दीवान घोषित कर दिया। इस समय 805वां सालाना उर्स उत्सव चल रहा है जिस बीच उन्होंने अपनी राय लोगों के सामने रखी। वहीं तीन तलाक मुद्दे को भी इस्लाम विरोधी बताते हुए कहा कि इस्लाम में महिलाओं को सम्मान दिया गया है ऐसे में शरियत का गलत तरीके से इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।