लखनऊ। योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर से अखिलेश सरकार के कामों पर हथौड़ा चलाया है। योगी ने समाजवाजी पेंशन योजना पर रोक लगा दी है साथ ही वो साइकिल ट्रैक को तोड़ने पर भी विचार कर रहे हैं। इससे पहले योगी सरकार सभी योजनाओं के आगे से समाजवादी शब्द और राशन कार्डों से अखिलेश की तस्वीर को हटवा चुकी है।
राजनीति में कुछ भी जायज है। अक्सर ऐसा देखा जाता है कि कोई भी नई सरकार आती है तो वो पुरानी सरकार के कामों में कुछ बदलाव जरुर लाती है। इसी क्रम में कुछ दिन पहले योगी सरकार ने एक्शन में आते ही सभी योजनाओं से समाजवादी ठप्पे का सफाया किया। उन्होंने समाजवादी नाम की जगह मुख्यमंत्री शब्द को जोड़ा। ऐसे ही राशन कार्डों में छपी अखिलेश की तस्वीर वाले राशन कार्डों पर रोक लगा दी। तो वहीं एक बार फिर से बीती रात तीन बड़े फैसले लेकर पूर्व सरकार पर फिर से हंटर चलाया है।
समाजवादी पेंशन योजना पर लगाई रोक:-
समाजवादी पेंशन योजना अखिलेश सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक थी जिस पर फिलहाल योगी सरकार ने रोक लगा दी है। इसके साथ ही इस योजना पर जांच के आदेश भी दिए है। इस योजना में जांच इस बात की होगी जिन्हें पेंशन मिल रही है वो उसके असली हकदार है भी या नहीं। योगी ने जांच रिपोर्ट के लिए एक महीने का समय दिया है। इस योजना के तहत गरीब परिवारों को हर महीने 500 रुपये वहीं विधवाओं, दिव्यांगो और बुजुर्गों को 1000 रुपये दिए जाते है।
जल्द ही टूट सकता है अखिलेश का साइकिल ट्रैक:-
अखिलेश सरकार ने यूपी के ज्यादातर शहरों में सड़क किनारे साइकिल ट्रैक बनवाया था लेकिन अब योगी सरकार इस ट्रैक को तोड़ने का मन बना रही है। जिसमें खासतौर पर लखनऊ और नोएडा जैसे शहर शामिल है। कहा जा रहा है कि योगी ने इस मामले पर वित्त, नगर विकास और पीडब्लूडी के मंत्रियों से भी बातचीत की है। लेकिन अभी इस पर आखिरी फैसला नहीं लिया गया है।
बदल दिया शादी अनुजदान योजना का नाम:-
इसके साथ ही योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश सरकार की शादी अनुदान योजना का नाम बदल दिया है। इसका नया नाम कन्यादान योजना है। इस योजना के तहत गरीब परिवारों को अपनी बेटियों की शादी में आर्थित तौर पर मदद सरकार की तरफ से दी जाती है। ये राशि 20,000 रुपये तय की गई है इसके साथ ही एक परिवार में दो बेटियों के विवाह तक ही ये स्कीम सीमित है।