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दबंग ठेकेदारों के सामने फेल हुए योगी सरकार के दावे

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बलरामपुर। देश के सबसे बड़े सूबे में सत्ता पलट होते ही सूबे योगी सरकार एक्शन में आ रही है। योगी सरकार आए दिन कभी अपराधियों पर नकेल कसने के लिए तो कभी पुलिस प्रशासन को सख्त बनाने के लिए कदम उठा रही है। योगी सरकार सूबे को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए कई सारे प्रयास कर रही है। लेकिन जमीनी हकिकत इससे कुछ पलट ही दिखाई दे रही है। योगी सरकार द्वारा भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश बनाने के दावे को ठेकेदार पलीता लगा रहे हैं ।

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अधिकारी कर्मचारी अगर सही कार्य करना भी चाहें तो तो मोटी रकम खाने के आदी हो चुके और बड़ी पहुंच वाले दबंग ठेकेदारों के आगे योगी सरकार की एक नहीं चलने वाली है। ताजा मामला जनपद बलरामपुर से आ रहा है। मामला गड्ढा मुक्त सड़कों के कार्य से जुड़ा है। यहां संतोष तिवारी नाम के एक ठेकेदार ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अवर अभिन्ता गोपाल कृष्ण गौतम के साथ फोन पर अभद्रता व गाली गलौज की तथा धमकी दी है। यहां यह बताना जरूरी होगा कि अवर अभिन्ता ने साइड पर ठेकेदार के मुंशी से बारिश होते समय सड़क रिपेरिंग करने से रोका था जिसकी सूचना मुंशी ने ठेकेदार संतोष तिवारी को दी थी।

उन्होंने मुंशी का फोन हैंडफ्री कराकर गाली देते हुए धमकी दी। बताया जा रहा है कि ठेकेदार संतोष तिवारी गोण्डा जिले के मुजहना विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक के करीबी रिश्तेदार हैं। ठेकेदार के इस दबंगई पूर्ण व्यवहार व धमकी से खफा उत्तर प्रदेश डिप्लोमा इन्जीनियर्स महासंघ ने मोर्चा खोल दिया है। संघ के पदाधिकारी व सदस्यों ने कार्य बहिष्कार करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंच कर धरना प्रदर्शन किया तथा डीएम को ज्ञापन देकर ठेकेदार संतोष तिवारी को ब्लैक लिस्टेड करने एवं एफआईआर दर्ज कराने की मांग की। डीएम राकेश कुमार मिश्र ने संघ के पदाधिकारियों को कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। फिलहाल डीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए संबंधित मामले में कार्रावई की बात कही है।

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