गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गन्ना किसानों की पीड़ा को समझते हुए उत्तर प्रदेश के गन्ना एंव चीनी आयुक्त की जमकर क्लास लगायी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की बन्द चीनी मिलों को चलाने व खराब चीनी मिलों की मरम्मत के साथ नई चीनी मिलों की स्थापना की सम्भावनाओं की रिपोर्ट तैयार कराइए। 15 दिन के अन्दर आकलन कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने जा मौका आपके पास है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के गन्ना किसानों का चीनी मिलों पर लंबित धन का हिसाब किताब तत्काल बनावें। 15 दिन के अन्दर उनका भुगतान कराना सुनिश्चित करें। नये पेराई सत्र में किसानों के गन्ना मूल्य का एक माह के अन्दर भुगतान करने की व्यवस्था भी पहले ही तैयार रहनी चाहिए। जीतनी भी कार्रवाईयां करनी हैं उन्हें समय के पूर्व पूरा करें।
योगी आदित्यनाथ घुमक्कड़ जातियों की चिंताओं को भी साझा किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जितनी भी घुमक्कड़ जातियां हैं उनका सर्वे कराया जाय। शासन की समस्त योजनाओं से उन्हें लाभान्वित करने के लिए संबंधित जनपदों के जिलाधिकारी प्रोजेक्ट बनाकर अभी से कार्रवाई करें। उन्होंने प्रदेश के वन टांगिया तथा मुसहर बाहुल्य गावों का सर्वे करवा कर उन्हें राजस्व गांव घोषित करने की कार्रवाई को गति देने की बात भी कही। इतना ही नहीं, उन्होंने राजस्व गांव में मिलाने वाली शासकीय सुविधाओं, जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, यातायात, सड़क, उनके लिए पक्के मकान, राशन कार्ड बनवाने, उस क्षेत्र में सरकारी राशन की दुकान खोलने, बिजली आदि की सुविधाएं भी प्रदान कड़ाने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि ऐसा करने से वे समाज की मुख्य धारा से भी जुड़ेंगे और यह हर अधिकारी व कर्मचारी का भी दायित्व है। आजादी के 70 साल बाद भी इस समुदाय के लोग आधुनिक समाज एंव सुविधाओं से कटे हुए हैं।
सीएचसी-पीएचसी सुधरे
प्राथमिकता स्वास्थ केन्द्रों एंव उच्च प्राथमिक स्वास्थ केन्द्रों पर चिकित्सक एंव पैरामेडिकल स्टाफ प्रायः गायब रहता है। वे हफ्ते में एक-दो दिन जाकर अपनी उपस्थिति दर्ज कर देते हैं। इसे गंभीरता से लेते हुए योगी ने ऐसे अस्पतालों का निरीक्षण करने का निर्देश भी दिया।