लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपना पहला बजट पेश किया है। ये पूरा बजट 3 लाख 84 हजार करोड़ का है।
मंगलवार को देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में बीजेपी सरकार के पहले वार्षिक बजट का प्रस्तुतीकरण होगा इसके साथ साथ विधानसभा का बजट सत्र भी मंगलवार को शुरू हो जाएगा। इस दौरान विपक्ष ने भी अपनी अपनी रणनीति बना रखी है।
विपक्ष ने कानून व्यवस्था के मुद्दे समेत अन्य कई सारे मुद्दों को लेकर सरकार पर आरोप लगाने की तैयारियां की हुई है। यह सत्र 28 जुलाई तक चलने वाली है। इस दौरान विपक्ष में महत्वपूर्ण पार्टी सपा तथा कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लेने का प्रयास करेगी। विपक्ष में बैठी पार्टी सरकार को कानून व्यवस्था के साथ साथ किसानों की कर्जमाफी तथा किसानों के आत्महत्या के मुद्दे का आधार बना कर सरकार को घेरेगी।
ये योजनाएं है खास
- किसानो की कर्ज माफी
- नए नाम के साथ लैपटॉप योजना
- अन्नपूर्णा भोजनालय योजना
- 5 रुपए में नाश्ता, 10 रुपए में गरीबों को खाना
- सरकार शादी अनुदान योजना नए नाम के साथ
- 10वीं पास लड़कियों के लिए पुरुस्कार योजना
- गन्ना आलू किसान के लिए नई योजना, जिलों में कृषि उत्पादन सेंटर
- सड़कों को सुधारने के लिए योजना
- लखनऊ मेट्रो समेत गोरखपुर और वाराणसी मेट्रो
विपक्षी कर सकते हंगामा
इस बार का बजट करीब 4 लाख करोड़ का हो सकता है। इनमें किसानों की कर्ज माफी समेट 8 बड़ी योजनाओं पर नजर रहेंगी। इससे पहले अखिलेश सरकार ने 2016-2017 के लिए 3 लाख 46 हजार 935 करोड़ का बजट पेश किया था। य़ोगी सरकार तीन महीने तक अंतरिम बजट पर सरकार चला रही थी।
आपको बता दें कि इससे पहले सीएम अखिलेश 5 साल तक बजट पेश किया था सपा सरकार में वित्त मंत्रालय अखिलेश यादव के ही पास थी मायावती सरकार में भी वित्त मंत्री ही बजट पेश करता था। अखिलेश यादव ने 21 दिसंबर 2016 को 5 महीनों का अंतरिम बजट पेश किया था। जो 1 लाख 34 हजार 845 करोड़ का था।