हरदोई। देश के सबसे बडे सूबों में से एक हरदोई भी तमाम हादसों व वारदातों की वजहा से मीड़िया की सूर्खीयों में आता रहता है। सूबे में हाल ही में सत्ता पलट होने के बाद भी कई सूबों में अन्य तमाम वारदातों के साथ-साथ हरदोई में भी झोलाछाप डॉक्टरों की कई वारदातें मीड़िया के कैमरे में अनेकों बार कैद हुई है। और साथ ही अपने दफ्तरों में बैठ सरकार के आला अधिकारीओं के तो कानों पर जूं ही नही रेंगने को तैयार है। आपकों बता दें की जनपद हरदोई में भी एसी ही एक झोलाछाप डॉक्टर के द्वारा किए गए इलाज से एक व्यक्ति की मौत हो गई और मृतक की पत्नी व बेटा ड़ॉक्टर पर कर्रवाई करने के लिए दर-दर भटक रहे है।
देश के सबसे बडे जिले के टडियावां थाना इलाके में बीते सप्ताह एक झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से हुई एक व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक के पत्नी व बेटे ने आरोपी ड़ॉक्टर पर हरदोई के टडियावा थाने में शिकायत की है। लेकिन महिला का आरोप है कि पुलिस ने की ड़ॉक्टर पर कर्रवाई करने की बजाए लीपापोती करनी शुरू करदी है। आरोपी झोलाछाप डॉक्टर पर टडियावाँ पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। पीड़ित परिवार कार्रवाई के लिए 8 दिनों से दर-दर भटक रहा है मृतक की पत्नी व बेटा अधिकारियों के ऑफिस के चक्कर काट रहे हैं और न्याय की गुहार कर रहे हैं लेकिन पुलिस की आलाकमानों ने उनकी गुहार को नहीं सुना है जब कि घटना के समय हरदोई के तेज तर्रार SP साहब ने यह बयान भी दिया था कि जांच कर पूरी कार्रवाई की जाएगी लेकिन एक झोलाछाप के कहर से एक व्यक्ति की मौत हो जाती है और कार्रवाई ना होना यह पुलिस की उस कार्यशैली में बड़ा सवालिया निशान खडा कर रहा है।
किस तरीके से अधिकारी बयान तो दे देते हैं लेकिन उसके बाद मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है इस का जीता जागता उदाहरण है यह झोलाछाप का कहर से मौत यह मामला टडियावां थाना इलाके में ही नहीं देखा जा रहा बलकी पूरे हरदोई जनपद के कई ऐसे इलाके हैं जहां झोलाछाप का मकड़जाल फैला हुआ है और बड़ी-बड़ी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं लेकिन स्वास्थ्य महकमा भी इस पर सब कुछ जानते हुए अनजान बना बैठा है।