संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र महासभा का सत्र सोमवार से सुधार के मुद्दों पर चर्चा के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा आयोजित सम्मेलन के साथ शुरू किया जा रहा है। इसमें विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भारत का प्रतिनिधित्व कर रही हैं जो न्यूयॉर्क पहुंच चुकीं हैं। एस सम्मेलन में 193 सदस्य देशों के नेताओं के औपचारिक संबोधन का दौर मंगलवार को शुरू होगा। सत्र में संयुक्त राष्ट्र के स्थाई प्रतिनिधि सैय्यद अकबरुद्दीन ने बीते शनिवार को भारत के प्रमुख लक्ष्यों का जिक्र करते हुए कहा था कि ‘हमारा एजेंडा व्यापक, प्रगतिशील और विस्तारवादी है। इसका उद्देश्य वैश्विक स्वरूप वाला है।’ उन्होंने कहा कि यूएन में सुधार समावेशी हो। यह केवल इसके सचिवालय तक सीमित नहीं रहना चाहिए। भारत की प्राथमिकताओं को लेकर अकबरुद्दीन ने कहा कि यह संयुक्त राष्ट्र सुधार, प्रवासन, आतंकवाद का मुकाबला और शांति स्थापना पर आधारित हैं।
बता दें कि विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार के अनुसार, सुषमा स्वराज सत्र में शामिल होने वाले नेताओं के साथ करीब 20 द्विपक्षीय और त्रिपक्षीय बैठकें करेंगी। इस क्रम में वह अपने अमेरिकी समकक्ष रेक्स टिलरसन और जापानी समकक्ष तारो कोनो के साथ सोमवार को त्रिपक्षीय बैठक करेंगी। यह बैठक प्रशांत महासागर क्षेत्र में चीन के दबदबा बढ़ाने के बीच होगी। इसके अलावा वह दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संघ (सार्क), गुट-निरपेक्ष आंदोलन, ब्रिक्स, विकासशील देशों के समूह जी-77 समेत कई क्षेत्रीय और विशेष संगठनों के साथ भी कई बैठकों में शामिल होंगी। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकन अब्बासी भी सत्र में शामिल होंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हालांकि दोनों के बीच कोई औपचारिक बैठक नहीं होगी, लेकिन वे सार्क और जी-77 बैठकों में शामिल होंगे।