नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र शुक्रवार को समाप्त हो गया। सबसे खास बात ये रही कि इस सत्र में बहुत सारे काम हो गए।13 दिन के सत्र में लोकसभा में 12 और राज्यसभा में 9 विधेयक पास कराए गए।लोकसभा में तीन तलाक बिल तो आसानी से पारित हो गया, लेकिन राज्यसभा में बहुमत ना होने का कारण अटक गया। इस के साथ ही केंद्र सरकार ने बजट सत्र की तारीखों का भी ऐलान कर दिया है।
बजट 1 फरवरी को पेश किया जाएगा और दूसरा हिस्सा 5 मार्च से 6 अप्रैल तक चलेगा। गुजरात चुनाव के कारण इस बार शीतकालीन सत्र को छोटा रखा गया था। इस बात पर विपक्ष ने केंद्र को निशाने पर लिया था।विपक्ष ने कहा कि सरकार बस बहस से भागना चाहती है।ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि मॉनसून सत्र की तरह शीतकालीन सत्र में भी सिर्फ हंगामा ही मचेगा, लेकिन इस बार ऐसा कुछ नहीं हुआ।
शीतकालीन सत्र में कई महत्वपूर्ण विधेयक पास हो गए।स्संदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने कहा कि शीतकालीन सत्र पिछले 21 साल का सबसे सफल सत्र रहा है।वैसे तो हर विधेयक को मंजूरी मिल गई, लेकिन तीन तलाक से जुड़े विधेयक को पास कराने की सरकार की कोशिश पूरी तरह सफल नहीं हो पाई।
बता दें कि लोकसभी में सरकार की बहुमत थी तो विपक्ष कांग्रेस ने भी विधेयक का समर्थन किया था। राज्यसभा में सरकार अल्पमत में थी तो कांग्रेस यहां बिल को रोकने में सफल हो पाई।अनंत कुमार ने कहा कि संसद के बजट सत्र में इसे दोबारा राज्यसभा से पारित कराया जाएगा।