नई दिल्ली। हर साल फरवरी के आखिरी सप्ताह में आम बजट पेश किया जाता है लेकिन इस बार सरकार ने कुछ बदलाव करके इस साल बजट को फरवरी की एक तारीख को पेश करने का ऐलान कर दिया। हालांकि इस साल सरकार ने साधारण तौर पर चलने वाली दो प्रथाओं में बदलाव किया पहला ये कि बजट फरवरी के आखिरी सप्ताह की बजाय 1 को पेश किया जाएगा और दूसरा ये कि अब रेल बजट अलग से नहीं बल्कि आम बजट के साथ ही सम्मिलित किया जाएगा।
सरकार का एक साथ बजट पेश करना आने वाले समय में कितना फायदेमंद साबित होगा ये तो आने वाले समय में पता चलेगा फिलहाल बजट को पेश करने की सभी औपचारिक तैयारियां कर ली गई है और उन्हें आखिरी रुप दिया जा रहा है।
खैर ये तो रही बजट की तारीख में सरकारी बदलाव की बात लेकिन क्या आपको पता है कि पिछले काफी सालों से बजट को पेश करने से यानि कि संसद भवन पहुंचने से पहले हमेशा वित्त मंत्री बजट का बैग मीडिया को दिखाते हुए तस्वीर क्यों खिचवाता है? नहीं ना..तो चलिए आज हम आपको इसके जुड़ी कुछ अहम जानकारी देते है।
दरअसल, 18वीं सदी में ब्रिटेन के बजट चीफ को बजट पेश करने के लिए कहा गया था। उस समय विलियम ई. ग्लैडस्टोन बजट प्रमुख थे और उन्होंने सन् 1860 में पहली बार बजट पेश करने के लिए ब्रीफकेस का इस्तेमाल किया जिस पर ब्रिटेन की महारानी का मोनोग्राम सोने से छपा हुआ था।
उस समय इनते बजट पेश करने वाले बैग का रंग लाल था और वो इसे प्रस्तुत करने से पहले मीडिया के सामने फोटोग्राफ खिंचवाया जिसके बाद भारत ने भी इसी प्रथा का अनुसरण करते हुए बजट बैग के साथ तस्वीर खिंचवाने को एक प्रथा बना ली। हालांकि बजट का रंग कभी भी एक सा नहीं रहा लेकिन प्रथा को उसी तर्ज पर आज भी फॉलो किया जाता है। भारत के पहले वित्त मंत्री आरके षणमुगम ने 26 नवंबर 1947 में बजट पेश किया था।