वाशिंगटन। सत्ता संभालते ही विवादों में घिरे अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अब एक बार फिर से विवादों में आ गए है। इस बार विवाद की वजह बना है कुछ चुनिंदा संस्थानों के व्हाइट हाउस में एंट्री पर रोक।मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक व्हाइट हाउस ने नियमित संवाददाता सम्मेलन के दौरान शुक्रवार को आलोचक समेत अमरिका के कई प्रमुख समाचार संगठनों को प्रवेश नहीं दिया और कैमरे रहित प्रेस वार्ता की। प्रेस सचिव सीन स्पाइसर के कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन बुलाया गया था जिसमें सीएनएन, दी न्यू यॉर्क टाइम्स, दी लॉस एंजिलस टाइम्स और बजफीड को प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई।
स्पाइसर ने कैमरे के सामने प्रेस वार्ता नहीं की और कहा, “हम कैमरे के सामने हर चीज नहीं करना चाहते हैं।” लेकिन उन्होंने कुछ प्रमुख मीडिया संगठनों को प्रवेश नहीं देने के बारे में कुछ नहीं कहा। ह्वाइट के इस निर्णय का कड़ा विरोध किया गया है।
लेकिन रॉयटर, ब्लूमबर्ग और सीबीएस समेत 10 मीडिया संगठनों को संवाददाता सम्मेलन में प्रवेश की अनुमति दी गई थी। गौरतलब है कि राष्ट्रपति ट्रंप ने मीडिया पर लगातार हमला कर रहे हैं। उन्होंने शुक्रवार को कंजर्वेटिव कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मीडिया की आलोचना की और उसे अमेरिकी लोगों का दुश्मन बताया।
जब पत्रकारों को पता चला कि कुछ अन्य मीडिया संगठनों के पत्रकारों को संवाददाता सम्मेलन में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई है तो एसोसिएटेड प्रेस और कई पत्रकार व्हाइट हाउस से बाहर निक लगए।
स्पाइसर के इस निर्णय पर एक समाचार पत्र के कार्यकारी संपादक ने एक बयान जारी कर कहा, ‘‘विभिन्न पार्टियों के कवर करने के हमारे लंबे इतिहास में ह्वाइट हाउस में ऐसा कभी नहीं हुआ है। हम दी न्यूयॉर्क टाइम्स और मीडिया संगठनों को प्रवेश नहीं देना का कड़ा विरोध करते हैं।” व्हाइट हाउस संवाददाता संघ ने भी स्पइसर के इस कदम का विरोध किया है।