नई दिल्ली। सोशल मीडिया के जमाने में दोस्तों से ऑनलाइन चैटिंग और ग्रुप्स में जोक्स भेजने का सिलसिला लगातार जारी रहता है। फेसबुक और व्हाट्सअप के जरिए हंसी मजाक से दोस्तों से कनेक्ट रहना हर किसी को पंसद आता है अगर आप भी ऐसा ही करते हैं तो एक बार फिर से सोच लीजिए क्योंकि ऐसा करने से आपको जेल जाना पड़ सकता है। जी हां सोशल मीडिया के जरिए झूठी अफवाह फैलाने वाले लोगों पर आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
व्हाट्सअप और सोशल मीडिया ग्रुप में कई बार उल्टे-सीधे और अफवाह फैलानी वाली न्यूज आती है और आपको भी पता होता है कि वह गलत है लेकिन इंटरेस्टिंग न्यूज होने के कारण आप उसे भेज देते हैं। यदि आप भी किसी ऐसे ही ग्रुप के एडमिन हैं तो आने वाले सभी मैसेज पर जरा ध्यान रखिए क्योंकि ये मैसेज आप पर भारी पड़ सकते हैं। प्रशासन की ओर से साफ शब्दों में कहा गया है कि ऐसे मैसेज जो झूठा अफवाह फैला रहे है उन पर कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन द्वारा दिए गए आदेशों के मुताबिक किसी भी तरह की अभद्र, भ्रामक, अश्लिल और अफवाह फैलाने वाले मैसेज के लिए ग्रुप एडमिन को जिम्मेदार ठहराते हुए दोषी माना जाएगा। प्रशासन का कहना है कि ग्रुप एडमिन को पता होना चाहिए कि आखिरकार कौन सा मैसेज सही है और कौन सा अफवाह। इस तरह की पोस्ट को निकटतम पुलिस स्टेशन में भी रिपोर्ट किया जाना चाहिए ताकि कानून के तहत सदस्य के खिलाफ कार्रवाई की जा सकें।
कानून के तहत होगी कार्रवाई
प्रशासन की ओर से साफ शब्दों में कहा गया है कि इन दिशा निर्देशों के उल्लंघन के मामले में साइबर अपराध कानून, सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम और भारतीय दंड संहिता के तहत मामला दायर किया जाएगा। आदेश ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि कार्रवाई शुरू करते समय सुप्रीम कोर्ट और विभिन्न उच्च न्यायालयों के आदेश पर विचार किया जाएगा।
मजे के साथ जिम्मेदारी
अफवाह फैलाने वाले मैसेज पर कार्रवाई का फैसला लिए जाने के बाद प्रशासन की ओर से स्पष्ट किया गया है वो लोगों के सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने पर रोक नहीं लगा रहे हैं बल्कि सिर्फ ये समझाना चाहते हैं कि मौज-मस्ती के साथ उनके समाज के प्रति कुछ दायित्व भी हैं।