नई दिल्ली। तनाव भरी जिन्दगी से दूर खुद को फिट रखने के लिए आप सभी क्या क्या नहीं ट्राय करते होंगे सैर भी और जिम में घंटों पसीने बहाना भी लेकिन आपने कभी वाटर वर्कआउट किया। अगर नहीं किया तो एक बार सोचिए जरुर वाटर वर्कआउट एक प्रकार का मेडिकल उपचार है जो आपकी पूरी बॉडी को हील करने के साथ मांसपेशियों को भी मजबूत बनाता है। एरोबिक एक्सरसाइज।
क्योंकि हवा में वर्कआउट करते वक्त गलत दिशा में हाथ पैर जाने से चोट का खतरा रहता है लेकिन वाटर वर्कआउट उनके लिए बिल्कुल सुरक्षित है। दूसरा गुरुत्वाकर्षण बल की तरह पानी भी शरीर के भार के विपरीत काम करता है ऐसे में आप पानी अगर हाथो की मूवमेंट भी करते हैं तो आपकी पूरी अपर बॉडी का अच्छा वर्कआउट होगा।
क्यों होता है वाटर वर्कआउट
पानी के अंदर किया जाने वाला व्यायाम वाटर वर्कआउट कहलाता है इसे एरो और अक्वा वर्कआउट भी कहते हैं।
अन्य व्यायाम के बदले वाटर वर्क वर्कआउट में ज्यादा कैलोरी बर्न होती हैं।
वाटर वर्कआउट में जोड़ो के दर्द से जुड़ी कई समस्या और गठिया में भी आराम मिलती है यह मांसपेशियों को ज्यादा लचीला और मजबूत बनती है।
पानी में एक घंटा वर्कआउट कर के आप 1600-1200 तक कैलोरी बर्न कर सकते हैं।
यह सिर्फ चर्बी को ही नहीं कम करता बल्कि शरीर को भी सुडौल बनाता हैं।
तीन लेवल पर कर सकते है इस व्यायाम को
घुटनों तक पानी
पैल्विक लेवल
चेस्ट लेवल
इस वर्कआउट को हमेशा किसी अच्छे एक्वा फिटनेस इंस्ट्रक्टर की देख रेख में ही करें।
पूल में ज़्यादा समय बिताने से त्वचा पर सनबर्न की समस्या हो सकती है। इसलिए पूल में जाने से 20 मिनट पहले कोई अच्छी सनस्क्रीन क्रीम लगा लें।