देहरादून। उत्तराखंड़ में भी अन्य सूबों की तरह बढ़ते प्रदूषण को लेकर लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त होता नजर आ रहा है। जिसको लेकर सूबे की सरकार काफी सतर्क होती जा रही है। भीषण गर्मी और प्रदूषण से राहत पाने के लिए हर साल करोड़ों यात्रा व पर्यटक देवभूमि पर छुट्टीयां बिताने आते हैं, जिसे उत्तराखंण में लोगों के लिए रोजगार भी बढ़ता है। लेकिन धीरे-धीरे यहां पर भी बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए अब हर साल यहां यात्रीयों कि कमी माहसूस होने लगी है और साथ ही साथ हिमालय को भी काफी नुकसान होने लगा है। इसी को देखते हुए सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 09-10 सितम्बर को हिमालय दिवस मनाने का आयोजन किया जाएगा।
सीएम त्रिवेंद्र सिंह ने अपने सचिवालय के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को हिमालय बचाओ अभियान शुरू करने की शपथ दिलाई है और उनका कहना है कि पर्यावरण पर पड़ रहे प्रभावों को देखते हुए लगातार जागरुकता भी चलाया जाएगा। सीएम त्रिवेंद्र सिंह ने अपने सचिवालय के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को पर्यावरण को लेकर हिमालय बचाओं अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के आदेश दिए है। साथ ही उनका यह भी कहने है कि वैश्विक स्तर पर पर्यावरण को संतुलित करने में हिमालयों का अहम किरदार होता है। इसलिए पर्यावरण को बचाने के लिए सभी को एक जुट होकर आगे आकर संकल्प लेना होगा ताकि हिमालय को किसी भी तरह की हानी ना हो सके। उनका यह भी कहना है कि देवभूमि का आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक कार्य पूरी तरह से हिमालय पर ही आधारित है।