नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही। एक तरफ एमसीडी चुनाव, फिर ईवीएम में गड़बड़ी का मुद्दा और अब उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ है। दरअसल केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा असम की अदालत में चल रहा है जिसमें हाजिर ना होने पर ये वारंट जारी किया गया।
मुद्दा कोई भी हो लेकिन उसमें पीएम मोदी और भाजपा की आलोचना करना केजरीवाल के लिए कोई नई बात नहीं है। इन दिनों दिल्ली के मुख्यमंत्री एमसीडी चुनाव की तैयारियों में व्यस्त है और ईवीएम में गड़बड़ी को लेकर चुनाव आयोग पर धृतराष्ट्र का आरोप भी लगा चुके हैं। लेकिन इस बार वारंट से केजरीवाल की मुसीबतें दोगुनी हो गई क्योंकि कोर्ट ने उनकी व्यस्तता की अर्जी को खारिज करते हुए गिरफ्तारी वॉरंट जारी किया है।
जानिए क्या है पूरा मामला?
दरअसल साल 2016 में केजरीवाल ने ट्विटर पर एक ट्वीट कर दिया था जिसके चलते उन पर मुकदमा दर्ज हुआ। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा था, मोदी जी 12वीं पास हैं, उसके बाद की डिग्री फर्जी है। इस ट्वीट पर भाजपा नेता सूर्य रोंगफर ने उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया।
पिछली सुनवाई में केजरीवाल को हाजिर होना था लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हालांकि उनके तरफ से वकील ने अर्जी दी थी जिसमें लिखा था कि एमसीडी चुनावों में बिजी होने के चलते वो हाजिर नहीं हो पाएंगे। जिसके बाद कोर्ट ने 30 जनवरी 2017 तक पेश होने को कहा लेकिन वो फिर भी नहीं आए। इसके बाद 2 महीने का समय दिया इसके बावजूद पेश ना होने पर उनके खिलाफ 10,000 रुपये का जमानत का गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है। अब इस केस की अगली सुनवाई 8 मई 2017 को होगी।