नई दिल्ली। देश के 13 वें उपराष्ट्रपति के तौर पर वेंकैया नायडू ने आज से ही अपना कामकाज संभाल लिया। राज्यसभा में बतौर सभापति पहले दिन पहुंचे नायडू को सत्ताधारी बीजेपी और एनडीए गठबंधन के नेताओं ने बधाई देते हुए स्वागत भाषण से उनका अभिनन्दन किया। तो विपक्ष की ओर से भी उनके स्वागत में स्पीच दी गई। सरकार की ओर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उपराष्ट्रपति का स्वागत करते हुए अपना अभिभाषण दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि लोकतंत्र की यही महिमा है कि यहां पर कमजोर और गरीब वर्ग के लोगों को भी उच्च पदों पर आने का मौका मिलता है। आज देश में राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री तक सभी छोटे परिवारों से यहां तक वहीं है।
प्रधानमंत्री मोदी ने राज्यसभा के सत्र के दौरान नायडू के स्वागत में भाषण देते हुए पहले तो उनकी जमकर तारीफ की इसके बाद कहा कि उनकी बोलने की कला और भाषण शैली के वो हमेशा से कायल रहे हैं। उनकी स्पीचें शब्दों की तुकबंदियां ही नहीं बल्कि दिलों को छूने वाली होती रही हैं। पीएम मोदी ने कहा स्वतंत्र भारत में जन्म लेने के साथ गरीब किसान परिवार से सत्ता की बुलंदियों तक का सफर और सादगी हमेशा से उनकी आदत में शुमार रही है। इसीलिए नायडू गरीब तकबे का दर्द समझते ही नहीं बल्कि उस दर्द के साथ जीते भी हैं। ऐसे व्यक्ति का देश के सर्वोच्च सदन में सभापति बनना हमारे देश के लिए गौरव की बात है।
बीते 5 अगस्त को हुए उपराष्ट्रपति के चुनाव में वेंकैया नायडू को एनडीए ने अपना प्रत्याशी बनाया था। जिन्होंने विपक्ष और कांग्रेस के प्रत्याशी महात्मा गांधी के पौत्र और पश्चिम बंगाल के राज्यपाल गोपाल कृष्ण गांधी को हारते हुए बड़े अंतर से यह चुनाव जीता थी। इस चुनाव में राज्यसभा और लोकसभा के सभी सांसद वोट देकर उपराष्ट्रपति को निर्वाचित करते हैं। आज वेंकैया नायडू ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपने पद और गोपनीयता की शपथ लेकर अपना कार्यभार संभाला है।