देश में इन दिनो राष्ट्रपति चुनाव को लेकर राजनीति गर्माई हुई है। विपक्ष और एनडीए के राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी अपने अपने चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं। दोनों ही प्रत्याशी अलग अलग जगह जाकर अपने लिए वोट अर्जित करने में लगे हुए हैं। वही एक तरफ जहां राष्ट्रपति चुनवा ने राजनीति का माहौल गर्मा रखा है तो दूसरी तरफ उपराष्ट्रपति चुनाव में भी सभी पार्टियां अपनी अपनी रणनीति बनाने में लगी हुई है। ऐसे में पांच अगस्त को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अंतिम चार दिनों में 9 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया है।
वही निर्वाचन आयोग ने दाखिल किए गए नामांकन पत्रों में से चार पत्रों को खारिज कर दिए हैं। निर्वाचन आयोग की तरफ से ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि नामांकन पत्रों के साथ उसमें सूची की प्रमाणित प्रति नहीं लगाई गई थी जिससे यह साबित हो सके कि वह एक लोकसभा सीट के मतदाता है। वही नामांकन पत्रों के साथ 15 हजार रुपए की जमानत राशि भी नहीं जमा कराई गई थी।
वही बाकि बचे हुए नामांकन पत्र प्रस्तावक के तौर पर 20 नहीं होने के कारण जांच की तारीख को 19 जुलाई को खारिज किया जा सकता है। वही दूसरी तरफ अभी तक विपक्ष की तरफ से या फिर राजग की तरफ से उपराष्ट्रपति उम्मीदवार के लिए नाम जारी हुए हैं। लेकिन कांग्रेस ने विपक्षी उपराष्ट्रपति उम्मीदवार को लेकर 11 जुलाई को एक बैठक बुलाई है। अटकलें लगाई जा रही है कि इस बैठक के बाद उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार का नाम साफ हो सकता है।