देहरादून। प्रदेश में वंदे मातरम पर एक के बाद एक विवाद बढ़ता जा रहा है। वंदे मातरम का नारा लगाने पर कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष किशोर उपाध्याय का कहना है कि जिस दावेदारी के साथ ये बात कही गई है उसे देखने और सुनने के बाद वो एक महीने तक होने वाले कार्यकर्मों में वंदे मातरम का नारा नहीं लगाएंगे।
संवाददाताओं से बातचीत के दौरान उपाध्याय ने साफ लफ्जों में कहा कि कांग्रेस के सभी कार्यक्रम वंदे मातरम के नारे के साथ शुरू होते हैं लेकिन जिस तरह से सत्तारूढ़ राजनेता दावा कर रहे है उसके बाद इसका विरोध किया जाएगा। आगे बोलते हुए उन्होंने कहा, मेरे विचार से इससे गैर कानूनी काम नहीं हो सकता। मैं उनसे कहता हूं कि मैं अपने कार्यक्रमों में हम एक महीने तक वंदे मातरम नहीं गाएंगे। उन्हें जो करना है कर के देखें, हमें उत्तराखंड से बाहर फेंक कर देखें।’
उपाध्याय ने ये भी कहा कि वो सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की बातों को गंभीरता से नहीं लेते हैं। संवाददाताओं के सवालों का जवाब देते हुए किशोर ने कहा कि सीएम की बातों को चर्चा के विषय लायक नहीं मानते हैं।
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले उत्तराखंड के कैबिनेट में राज्यमंत्री धन सिंह रावत ने कहा था कि जिस किसी शख्स को प्रदेश में रहना है उसे वंदेमातरम कहना होगा।