आजमगढ़। यूपी के सियासी रण में भाजपा नेताओं की जुबान लगातार फिसलती जा रही है। चार चरणों के चुनाव प्रचार के दौरान कई नेताओं ने विवादित बयान देकर सुर्खियां बटोरी। अब विवादित बयान देने वाले नेताओं में भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह का नाम भी जुड़ गया। पांचवे चरण के मतदानों के प्रचार के लिए रण आजमगढ़ में जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने आंतकवादी कसाब के नाम की परिभाषा देते हुए इसे विरोधी पार्टियों से जोड़ा है।
कसबा की फुल फॉर्म
शाह ने प्रदेश की तमाम सत्तारूढ़ पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा कि यूपी ‘कसाब’ नाम की बीमारी से परेशान है। उन्होंने कसाब की परिभाषा बताते हुए कहा कि ‘क’ का मतलब कांग्रेस,’स’ का मतलब समाजवादी पार्टी और ‘ब’ का मतलब बहुजन समाज पार्टी बताते हुए कहा कि इन सभी लोगों ने मिलकर प्रदेश को लूटा है।
विरोधियों पर आगे हमला बोलते हुए अमित शाह ने कहा कि कसाब से यूपी को आजादी दिलाना ही भाजपा का लक्ष्य है। क्योंकि ये लोग दीमक बनकर प्रदेश के खोखला करने में जुटे हुए हैं।
नीयत करें साफ
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह की कसाब सम्बन्धी टिप्पणी से अनभिज्ञता जतायी है। उन्होंने कहा शाह का कसाब वाला बयान मैने नहीं सुना है। उन्होंने यह किस नीयत से कहा साफ करना चाहिए।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा वाले निराश होकर कुछ भी बोल रहे हैं। जनता ने पार्टी को नकार दिया है। भाजपा कभी कब्रिस्तान और कभी श्मशान की बात कर रही है। उनके पास गिनाने के लिए कोई काम नहीं है।
कौन है कसाब
गौरतलब है कि कसाब मुंबई में हुए आंतकी हमले का दोषी था। उसे फांसी की सजा सुनाई गई थी।