लखनऊ| उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती को विधानसभा चुनाव से पहले लगातार झटके लग रहे हैं। सरकार के पूर्व मंत्री और मोहनलालगंज से विधायक रहे आर.के. चौधरी ने बसपा छोड़ दी है। उन्होंने कहा कि बसपा रियल एस्टेट कंपनी बन गई है। चौधरी ने गुरुवार को लखनऊ में पत्रकारों से कहा कि बसपा में मिशनरी कार्यकर्ताओं को टिकट नहीं दिए जा रहे हैं। ठेकेदारों और धनपशुओं को टिकट बांटे जा रहे हैं। इस वजह से पार्टी में बिखराव बढ़ा है।
चौधरी ने कहा, “मायावती चाटुकारों की सलाह से सारा फैसला करती हैं। पार्टी में आम कार्यकर्ताओं की कहीं कोई सुनवाई नहीं है। इस बार तो जिला पंचायत चुनावों के दौरान भी पैसा लिया गया।”
आगे की रणनीति के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि वह 11 जुलाई को आगे का फैसला लेंगे। आर.के. चौधरी का पासी समुदाय में बड़ा जनाधार है। वह मोहनलालगंज से विधायक रह चुके हैं।
चौधरी ने एक बार पहले भी बसपा से किनारा कर राष्ट्रीय स्वाभिमान पार्टी बनाई थी।
गौरतलब है कि स्वामी प्रसाद मौर्य के बसपा छोड़ने के बाद चौधरी पार्टी से नाता तोड़ने वाले दूसरे बड़े नेता हैं। माना जा रहा है कि वह स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ भी जा सकते हैं।
(आईएएनएस)