जगदलपुर। सांसद दिनेश कश्यप ने दिल्ली में केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात कर वामपंथ उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र को मिलने वाले केन्द्रीय फंड की राशि सम्पूर्ण बस्तर संभाग के लिए जारी करने का अनुरोध किया है। इसके लिए सांसद ने केन्द्रीय गृहमंत्री को एक पत्र भी सौंपा है। पत्र में बताया गया है कि बस्तर संभाग में पूरा कोंडागांव जिले और बस्तर जिले के जगदलपुर, बस्तर व बकावंड ब्लाक एलडब्ल्यूई लेफ्ट विंग इफेक्टेड की सूची में शामिल नहीं हैं।
बता दें कि बस्तर जिले से सिर्फ लोहंडीगुड़ा, तोकापाल, दरभा, बास्तानार ब्लाक इस सूची में शामिल है। इसके अलावा दंतेवाड़ा, बीजापुर, सुकमा, नारायणपुर, कांकेर जिला वामपंथ उग्रवाद प्रभावित घोषित है जिसका लाभ इन जिलों और बस्तर के चार ब्लाकों को मिल रहा है। क्षेत्र के विकास के लिए एलडब्ल्यूई फंड से केन्द्र सरकार राशि जारी कर रही है। सांसद दिनेश कश्यप ने बताया कि कोंडागांव और बस्तर जिले के एलडब्ल्यूई की क्राइटेरिया से बाहर रखे गए ब्लाकों में कुछ ऐसे बसाहट क्षेत्र हैं जिन्हें आज भी बारहमासी आवागमन की सुविधा के लिए पुल-पुलियों की जरूरत है। एलडब्ल्यूई फंड से राशि मिलने से यह काम आसानी से हो सकता है।
उन्होंने बताया कि एलडब्ल्यूई का तात्पर्य लेफ्ट विंग इफेक्टेड एरिया अर्थात माओवाद प्रभावित क्षेत्र से है। पूर्ववर्ती यूपीए सरकार के समय ऐसे क्षेत्रों को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए केन्द्र सरकार से विशेष फंडिंग जारी करने की शुरुआत हुई थी। इस सूची में बस्तर संभाग के सात में पांच जिले सम्पूर्ण और बस्तर जिला का आंशिक हिस्सा शामिल है। दूसरी ओर कोंडागांव तथा बस्तर जिले के तीन ब्लाक बाहर रखे गए हैं जबकि राज्य शासन के हिसाब से संपूर्ण कोंडागांव जिला माओवाद से प्रभावित है। बस्तर जिले में बस्तर और जगदलपुर ब्लाक के आंशिक हिस्से भी माओवाद प्रभावित हैं।