नई दिल्ली। राजधानी सहित देश के कई गांव और शहरों में बैंक अधिकारी बनकर ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है । गिरोह के मास्टर माइंड सहित एक सदस्य को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गये आरोपियों ने अब तक कई लोगों से 50 लाख रुपये से ज्यादा की ठगी की है। पुलिस ने इनके पास से लगभग सवा लाख रुपये दो लैपटॉप, दस मोबाइल फोन, 39 सिम कार्ड, एक पेन ड्राइव पांच आधार कार्ड बरामद किए हैं।
एस के नायर ने शिकायत दर्ज करवाई कि उसके मोबाइल फोन पर एक फोन आया जिसमें फोन करने वाले ने खुद को भारतीय रिजर्व बैंक का अधिकारी बता उसका बैंक खाता नंबर और डेबिट कार्ड की जानकारी मांगी। विवरण देने के बाद उसके बैंक खाते से 1,57,000 रुपये गायब हो गए| इस विषय में मामला पुलिस थाना आर के पुरम में पंजीकृत किया गया था। मामले की जांच करते हुए पुलिस ने अपराधियों के सीडीआर और मोबाइल नंबर प्राप्त कर सुराग पाने के लिए खुफिया तंत्र विकसित किया। तकनीकी जांच के दौरान विकास झा का नाम सामने आया| पुलिस टीम हरकत में आ गई और आरोपियों को हयात होटल के आसपास से गिरफ्तार किया गया।
डीसीपी ईश्वर सिंह ने बताया कि पकड़े गये आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि उसमें से एक मैकेनिकल इंजीनियर है। आरोपी खुद को भारतीय रिजर्व बैंक के अधिकारियों के रूप में पेश किया करते थे और भोले-भाले लोगों को धोखा दिया करते थे। आरोपियों ने बताया कि वे विभिन्न ऑनलाइन पोर्टलों से लोगों के डेटा प्राप्त किया करते थे। पकड़े गये आरोपियों की पहचान विकास झा और आशुतोष के रुप में हुई है। पुलिस मामले में आगे की जांच में लगी हुई है।