नई दिल्ली। पाकिस्तान भारत के खिलाफ चाल चलने और भारत को नुकसान पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ता। वो हमेशा भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा करने में पाक हमेशा आगे रहता है। भारत को नुकसान पहुंचाने की जल्दबाजी में वो ऐसी गलतियां भी कर देता है। जिसके बाद वो पूरी दुनिया में मजाक का जरिया बनाया जाता है। इस बार भी पाक के साथ कुछ ऐसा ही हुआ और उसको जल्दबाजी भारी पड़ गई। बता दें कि इस पूरे मामले की शुरूआत कवलप्रीत कौर के ट्विट हैंडल पर मौजूद एक तस्वीर से हुई।
बता दें कि कवलप्रीत ने भारत में मॉब लिन्चिंग की घटनाओं पर जून 2017 में चलें कैंपेन नॉट इन माय नेम में हिस्सा लिया था। दिल्ली विश्वविद्धालय की इस स्टूडेंट ऐक्टिविस्ट ने अपने ट्विटर हैंडल से हाथों में प्लेकार्ड लिए हुए अपने एक तस्वीर पोस्ट की थी। इस तस्वीर पर लिखा था कि मैं एक भारतीय नागरिक हूं जो अपने धर्मनिर्पेक्ष संविधान के साथ खड़ी हूं। मैं मुस्लिमों के सांप्रदायिक मॉब लिंचिंग के खिलाफ लिखूंगी। पाक डिफेंस नाम के ट्विटर हैंडल से कवलप्रीत कौर की इस तस्वीर को भारत के खिलाफ मॉर्फ कर के इस्तेमाल किया और कवलप्रीत के संदेश को बदल दिया।
वहीं छेड़छाड़ की गई तस्वीर में में लिखा था कि मैं भारतीय हूं लेकिन मुझे भारत से नफरत है, क्योंकि यह औपनिवेशिक इकाई है जिसने नागा, कश्मीर, मणिपुरी आदि राज्यों पर कब्जा किया है। पाकिस्तान अपने प्रोपेगेंडा में कामयाब हो पाता उससे पहले ही कवलप्रीत ने इस प्रोपेगेंडा की शिकायत ट्विटर से कर दी। जिस पर कड़ी कार्रवाई करते हुए ट्विटर ने पाक डिफेंस नाम के इस ट्विटर हैंडल को बंद कर दिया। ये पहला मौका नहीं है जब पाकिस्तान ने हिंदुस्तान के खिलाफ दुष्प्रचार के लिए फर्जी तस्वीर का इस्तेमाल किया हो। इससे पहले भी यूएन में मलीहा लोधी ने फिलिस्तीन की महिला की फर्जी तस्वीर दिखा कर कश्मीर का बताया था, जिस पर पाकिस्तान की थू-थू हुई थी।