वॉशिंगटन। किसी समय पाकिस्तान का साथ देने वाला अमेरिका आज उसके सख्त खिलाफ हो गया है। और हो भी क्यों न बार-बार आतंकवाद को लेकर अमेरिका की तरफ से मिल रही चेतावनी के बाद भी पाकिस्तान सुधरने का नाम ही नहीं ले रहा था। पाकिस्तान के इसी बरताव को देखते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अब उसे सख्त लहजे में जवाब देने का मन बना लिया हैं,जिसके तहत अमेरिका के कुछ शीर्ष अधिकारी पाकिस्तान जाएंगे।
दरअसल पाकिस्तान को कड़े शब्दों में चेतावनी देने के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शीर्ष राजनायिक और सैन्य सलाहाकारों का एक दल इस महीने के आखिरी में पाकिस्तान जाएगा, जिसे राष्ट्रपति ट्रंप की मंजूरी भी मिल चुकी है। बता दें कि आतंकवाद के मुद्दे पर सख्त रुख अख्तियार करते हुए ये शीर्ष अधिकारी पाकिस्तान को कड़ा संदेश देंगे, ये शीर्ष अधिकारी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन के नेतृत्व में पाकिस्तान जाएंगे।
मिली जानकारी के मुताबिक विदेश मंत्री टिलरसन के साथ रक्षा मंत्री जिम मौटिस भी पाकिस्तान जाएंगे। अमेरिका के इन अधिकारियों का दौरा पाकिस्तान को ये संदेश देन के लिए है कि वो अब जिहादियों का समर्थन करना बंद करें।
गौरतलब है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अगस्त में दिए अपने संदेश में पाकिस्तान के खरी-खोटी सुनाते हुए कहा था कि हम पाकिस्तान को अरबो डॉलर उसके विकास के लिए देते थे, लेकिन वो हमारी इस मदद को अपने देश का विकास करने की बजाए दूसरे आतंकवादियों को पनाह देने और उन्हें आतंकवाद फैलाने की ट्रेनिग देने के लिए खर्च करता था। आपको बता दें कि ट्रंप के इस सख्त संदेश के बाद दक्षिण एशिया में परिस्थिति बदल गई है।
बताते चलें कि भारत भी पाकिस्तान को आतंकवाद का संदेश दे चुका है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की बखीया उधेड़ते हुए कहा था कि भारत और पाकिस्तान एक साथ आजाद हुए थे, लेकिन आज भारत चांद पर पहुंच गया, लेकिन पाकिस्तान आतंकवादी संगठनों को पनाह देने में ही लगा हुआ है।