वॉशिंगटन। अगर आप अमेरिका में रह रहे हैं या फिर अमेरिका जाने की सोच रहे है तो जरा रुक जाइए और इस खबर को पढ़कर एक बार अपने फैसले पर दोबारा जरुर सोच लीजिए क्योंकि सात मुस्लिम देशों के वीजा को बैन करने के बाद अब ट्रंप अपनी पैनी नजर ग्रीन कार्ड पर बनाए हुए है जिसके चलते अमेरिका में रह रहे ग्रीन कार्ड होल्डर को अपना बोरिया बिस्तर समेट पर स्वेदेश लौटना पड़ सकता है।
खबरों की मानें तो दुनिया के ताकतवर देश के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में ग्रीन कार्ड पाने के इच्छुक विदेशी मूल के लोगों को झटका देने की पूरी तैयारी कर ली है। उन्होंने अमेरिका के 2 प्रभावी सिनेटर्स ने संसद में संसोधन प्रस्ताव पेश कर दिया है। इस प्रस्ताव में कहा गया है अमेरिका के इमीग्रेशन नियमों में बदलाव करते हुए प्रति साल विदेशी मूल के नागरिकों की हो रही एंट्री की संख्या में बड़ी कटौती की जाएगी।
अमेरिका हर साल 10 लाख विदेशी नागरिकों को एंट्री देता है जिसे घटाकर वो 5 लाख किए जाने पर विचार कर रहा है जिसके बाद अमेरिका में रहना मुश्किल हो जाएगा और उन्हें ग्रीन कार्ड या पर्मानेंट रेसिडेंसी नहीं मिल सकेगी।
पढ़िए ग्रीन कार्ड के नियमों में बदलाव से क्या पड़ेगा फर्क:-
-अमेरिका में हर साल 10 लाख विदेशी नागरिकों को अपने देश में ग्रीन कार्ड देता है।
-बदलाव के बाद इसे आधा यानि कि 5 लाख किया जा सकता है।
-साधारण तौर पर भारतीय नागरिकों को 10 से 35 साल तक का इंतजार करना पड़ता है।
-इस कानून के बाद यह इंतजार और बढ़ सकता है।
-साल 2015 में 10,,51,031 इमीग्रेंट्स अमेरिका पहुंचे थे।
-इस प्रस्ताव पर अमल के बाद पहले साल में इमीग्रेंट्स की कुल संख्या कम होकर 6,37,960 रह जाएगी।
-दसवें साल में यह संख्या 5,39, 958 हो जाएगी।