भारतीय विशेष बलों के जवानों के लिए वातानुकूलित जैकेटों का परिक्षण किया जा रहा है। ऐसा कहना है कि गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का। पूर्व रक्षा मंत्री यह सब कुछ छात्रों से बातचीत के दौरान शनिवार को कहा है। उन्होंने कहा है कि कठिन परिस्थितियों में विशेष बलों का अभियान चलाया जाता है, उनके शरीर का तापमान काफी बढ़ जाता है। उन्होंने कहा है कि अगर यह जैकेट उनके पास होगी तो उनके शरीर का तापमान अभियान के दौरान सामान्य रहेगा। उन्होंने कहा है कि बातानुकूलित जैकेट के लिए परिक्षण किया जा रहा है।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने विश्व स्तरीय युद्ध के दौरान हथियारों तथा युद्ध उपकरणों के सवाल में बोलते हुए उन्होंने इस परिरोजना को 5-6 साल पुराना बताया है। उन्होंने कहा है कि सरकार अभी इसे शामिल नहीं कर पा रही थी क्योंकि इसमें कुछ समस्याएं हैं। उन्होंने कहा है कि कई सारी बैठकों के बाद उन्होंने इसे वायु सेना में शामिल कराया है। उन्होंने तेजस की बात करते हुए कहा है कि देसी फाइटर जेट तेजस कई मायनों में दुनिया के बाकी विमानों से कई ज्यादा बेहतर है। उन्होंने बताया है कि रक्षा मंत्री के कार्यकाल में उन्होंने एलसीए प्रोजेक्ट पर अपनी नजर रखी थी।
उन्होंने बताया है कि उन्होंने कई बैठके कर इसे वायु सेना में शामिल कराया है। उन्होंने बताया है कि तीन तेजस एयरफोर्स में हैं तो हर दो महीने में नया एयरक्राफ्ट एयरफोर्स का हिस्सा बनेगा। इस दौरान उन्होंने इसकी कमी को गिनाते हुए कहा है कि यह सिर्फ 3.5 टन ही बम लेकर जा सकता है। आपको बता दें कि मनोहर पर्रिकर साल 2014 से लेकर 2017 तक केंद्रीय रक्षा मंत्री रहे हैं। जिसके बाद अब वह चौथी बार गोवा के मुख्यमंत्री के तौर पर वापस से सत्ता में आए हैं।