नई दिल्ली। हरियाणा सरकार और प्रशासन के लिए बाबाओं की कमी नहीं है। अभी एक बाबा का बवाल खत्म ना हुआ था, कि दूसरे का शुरू हो गया है। आज बरवाला स्थित सतलोक आश्रम के संचालक संत रामपाल के खिलाफ हिसार कोर्ट दो अलग-अलग मामलों में अपना फैसला सुनाने जा रहा है। फैसले को लेकर बाबा के समर्थक कोई उत्पात ना करें इसके मद्देनजर हिसार में धारा 144 लागू कर दी गई है। बीते बुधवार को रामपाल की पेश कोर्ट पर हुई थी। जिसमें कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित कर लिया था।
बतातें कि साल 2014 में इसी रामपाल को हिरासत में लेने के दौरान पुलिस और इसके समर्थकों के बीच हिंसक वारदात हुई थी। जिसमें कई लोगों की जान चली गई थी। इसकी गिरफ्तारी के लिए कोर्ट ने सरकार समेत पुलिस को कड़ी फटकार लगाई थी। जिसके बाद पुलिस और सरकार ने सख्त एक्शन लिया था। इस कार्रवाई में इसके कई समर्थकों की मौत हुई थी तो कई पुलिस कर्मी गम्भीर रूप से घायल हुए थे। बात दे कि बीते 2014 में हुए बवाल के बाद से संत रामपाल देशद्रोह के आरोप में हिसार जेल में बंद है।
रामपाल के ऊपर हत्या के साथ सरकारी काम में बाधा डालने के साथ ही देशद्रोह और लोगों को हिंसा के लिए भड़काने का आरोप भी लगा है। साल 2014 में इसकी गिरफ्तारी के लिए सरकार से लेकर पुलिस प्रशासन को बड़ी ही मुश्किल हुई थी। इसके साथ ही अब आज इसके मुकदमें में फैसला आने वाला है। ऐसे में बीते दिनों राम-रहीम के मामले में ढुल-मुल रवैया अपनाकर अपनी किरकिरी कराने वाली सरकार और पुलिस अब कोई भी गलती नहीं करना चाह रही है। इसलिए इसके समर्थकों को रोकने और कोई उन्माद ना फैले इसकी पहले से ही तैयारी कर ली गई है।