चेन्नई। तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता की आज पहली पुण्यतिथि है। जयललिता को प्यार से अम्मा कहा जाता था। अन्नाद्रमुक के समन्वयक एवं उप मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम और पार्टी के सह-समन्वयक एवं मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने पार्टी समर्थकों के साथ अन्ना सलाई से मरीन बीच (समुद्र तट) पर स्थित जयललिता की समाधि तक मौन रैली निकाली।
तमिल की राजनीति में वो बेहद सशक्त और दमदार महिला थी।अम्मा के निधन की खबर ने सिर्फ साउथ ही नहीं पूरे भारत को सकते में ला दिया था। जयललिता ने चेन्नई के अपोलो अस्पताल में जयललिता ने अंतिम सांस ली थी। दो महीने के लंबे ईलाज के बावजूद डॉक्टर जयललिता को बचा नहीं पाए।
जयललिता 1982 में एआईएडीएमके की सदस्य बनकर राजनीति में आईं थीं। 2016 में दूसरी बार विधानसभा जीतने वाली वो दूसरी नेता थीं। जयललिता की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनकी बीमारी और निधन की खबर सुनकर 470 लोगों ने अपनी जान दे दी थी।