नई दिल्ली। 1 फरवरी को आम बजट पेश होना है और इसके लिए तैयारियां शुरु हो चुकी है।बजट तो हर साल ही खास होता है, लेकिन इस साल ये ज्यादा खास है क्योंकि 2019 में होने वाले चुनाव के लिहाज से इसमें ज्यादा लोकलुभावन होने की उम्मीद लगाई जा रही है।लोगों को जहां ऐसी उम्मीद है वहीं पीएम मोदी ने साफ कर दिया है की बजट ज्यादा लोकलुभावन नहीं होगा।
पीएम मोदी ने कहा कि आगामी आम बजट कोई लोकलुभावन बजट नहीं होगा और सरकार सुधार के एजेंडे पर ही चलेगी।ऐसे में अब ये आसार नजर आ रहें हैं कि बजट में कड़े फैसले दिखाई दे सकते हैं।पीएम मोदी ने कहा कि ये मात्र धारणा है कि लोग मुफ्त की चीजों और छूट चाहते हैं।
पीएम मोदी से सवाल किया गया कि पहली फरवरी को पेश होने वाले बजट में क्या वो लोकलुभावन घोषणा करेंगे या बचेंगे। इस सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि तय यह करना है कि देश को आगे बढ़ने और मजबूत होने की जरुरत है या इसे इस राजनैतिक संस्कृति-कांग्रेस की संस्कृति का अनुसरण करना है।
पीएम मोदी ने ये भी कहा कि बजट वित्त मंत्री के दायरे में आता है और वो इसमें हस्तक्षेप नहीं करेंगे।उन्होंने ये भी कहा कि जो लोग मुझे गुजरात के सीएम और देश के पीएम के तौर पर देख चुकें हैं वो जानते हैं कि आम जानता को लुभाने वाली चीजें नहीं चाहिए ये सिर्फ दूसरों की कल्पना है।