वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एच-1बी वीजा में नया बदलाव किया है। ट्रंप प्रशासन ने वीजा धारकों की पत्नियों या फिर पतियों को अमेरिका में काम नहीं देने का फैसला लिया है। इस फैसले के बाद वीजा धारक का अपने जीवनसाथियों के साथ काम करना भारी पड़ जाएगा क्योंकि सरकार उसे अवैध घोषित करने जा रही है। गौरतलब है कि साल 2015 में ग्रीन कार्ड का इंतजार करन वाले वीजा धारकों की पत्नियों और पतियों को एच-4 डिपेंडेंट वीजा पर अमेरिका में काम करने की अनुमति दी गई थी, जिसे अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने मंजूरी दी थी।
वहीं अब ओबामा प्रशासन के कई नियमों को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बदलने की ठानी है,जिसके तहत ही इस नियम में भी बदलाव किया जा रहा है और इसका प्रभाव लाखों भारतीय कामगरों पर पड़ने वाला है। अमेरिका होमलैंड सुरक्षा विभाग ने इस नियम को खत्म करने का प्रस्ताव रखा था, हालांकि इस दौरान इसके पीछे के कारणों की व्याख्या नहीं की गई। लेकिन ये जरूर कहा है कि ट्रंप ने अप्रैल में बाय अमेरिका, हायर अमेरिकन के जिस प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए थे उसका पालन करने की कोशिश की जा रही है। बदले गए नियम के मुताबिक एच-1 बी वीजा धारकों के जीवन साथी को तकनीकी के अलावा अन्य क्षेत्र में काम करने में कोई दिक्कत नहीं होगी।
विभाग ने नियम में अन्य बदलावों का जिक्र करते हुए कहा कि सबसे प्रतिभाशाली विदेशी नागरिक जो सही मायने में योग्य होंगे उन्हें वर्तमान में कानून के तहत समझा जा सकता है। आपको बता दें कि, ओबामा के शासनकाल में काम करने वाली महिलाओं को पहले से ही कानूनी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। गौरतलब है कि, अमेरिका में ‘सेव जॉब यूएसए’ नामक एक समूह ने अप्रैल 2015 में अमेरिकी नौकरियों के खतरा जाहिर करते हुए एक मुकदमा दायर किया था। मालूम हो कि, कि एच -1 बी, अमेरिका की कंपनियों में काम करने के लिए उच्च कुशलता वाले विदेशियों के लिए एक आम वीज़ा मार्ग है जो तीन साल के लिए वैध होता है। इ