नई दिल्ली। दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) का तीसरा चरण पूरी तरह सौर ऊर्जा से संचालित होगा। डीएमआरसी ने इस संबंध में सोमवार को मध्यप्रदेश के रीवा जिले में लगने वाले विश्व के सबसे बड़े सौर ऊर्जा संयंत्रों में से एक से सस्ती बिजली खरीदने के लिए समझौता किया है।
समझौते के अनुसार दिल्ली मेट्रो पहले साल सौर ऊर्जा 2.97 रुपये प्रति यूनिट की दर से खरीदेगी। इस संयंत्र से दिल्ली मेट्रो को सालाना 345 मेगा यूनिट बिजली मिलेगी जो मेट्रो के तीसरे चरण के लिए इस्तेमाल की जाएगी। ऐसा होने पर दिल्ली मेट्रो को बिजली बिल में काफी बचत होगी।
मध्यप्रदेश में लगने वाले 750 मेगावाट क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्र की बिजली डीएमआरसी सहित तीन कंपनियों को बेची जाएगी। इस सौर ऊर्जा संयंत्र में 250 मेगावाट क्षमता की तीन ईकाइयां होंगी और यह संयंत्र 18 महीने में उत्पादन शुरू कर देगा।
समझौते पर हस्ताक्षर किये जाने के अवसर पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, वैंकेया नायडू और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मौजूद थे। मध्यप्रदेश ऊर्जा विकास निगम और सोलर एनर्जी कॉपरेरेशन ऑफ इंडिया की बराबर हिस्सेदारी वाला संयुक्त उपक्रम रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर पॉवर प्रोजेक्ट, (आरयूएमएस) रीवा जिले की गूढ़ तहसील में स्थापित किया जा रहा है। आरयूएमएस प्रोजेक्ट से उत्पादित 24 प्रतिशत बिजली डीएमआरसी को बेची जाएगी और शेष बिजली मध्यप्रदेश को मिलेगी।
डीएमआरसी ने अपने परिसर की छतों पर इस साल के अंत तक 20 मेगावाट सौर संयंत्रों को चालू करने का लक्ष्य रखा है और अब तक 16 मेगावाट क्षमता को सफलतापूर्वक चालू कर दिया गया है।