नई दिल्ली। शनिवार को कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि है। इस तिथि का हिन्दू धर्म ग्रन्थों में विशेष महत्व बताया गया है। इस तिथि को दान पुण्य और पूजन से अक्षय फल और अभिष्ठ की प्राप्ति होती है । कहा जाता है कि इस दिन कुछ काम ऐसे होते हैं जिनको करने से कभी धन की कमी नहीं रहती है। इंसान माला-माल हो जाता है। कहते हैं इस दिन स्वर्ग से धरती पर धन की वर्षा होती है। लेकिन इस धन को पाने के लिए कुछ उपाय और विशेष पूजन करने होते हैं।
वैसे भी इस दिन को देव दीपावली के तौर पर मनाया जाता है। कहा जाता है कि इस दिन धरती पर चारों ओर देवता देव लोक को छोड़ कर धरती पर आ जाते हैं। देवताओं के स्वागत और एक प्राचीन कथा के जुड़ा होने के कारण धरती के वासी इस दिन को देव दीपावली के पर्व के तौर पर मनाते हैं। इसी दिन भगवान भोले नाथ ने त्रिपुरासुर का वध किया था तो इसी दिन भगवान विष्णु ने अपना पहला मत्स्य अवतार लिया था। इसलिए इस दिन पूजन दान स्नान से कुछ विशेष लाभ मिलता है।
1- इस दिन अपने घरों पर आम के पल्लव का वंदनवार लगाना चाहिए। इससे घरों में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश नहीं होता है।
2- इस बार कार्तिक पूर्णिणा शनिवार को पड़ रही है। इसलिए इस दिन शनि का पूजन करना लाभदायी होता है।
3-इस दिन तुलसी का पूजन और दीपदान करना विशेष फलदाई होता है।
4- घर में सुख संपदा आये इसके लिए तुलसी के पास घी का दीपक जलाना चाहिए।
5- इस तिथि को 11 पीली कौड़ियों के ऊपर हल्दी का टीका लगाकर इन्हे तिजोरी में रखने से लक्ष्मी की आमद और कृपा आप पर बनी रहती है।