देहरादून। आखिरकार विधानसभा का सत्र स्थगित हो गया लेकिन विपक्ष के दोस्ताने के कारण कई मामलों पर हंगामा करने वाले विपक्ष को मायूसी ही हाथ लगी। गैरसैण में सप्ताह भर की तैयारी के बाद महज 2 दिनों में ही सरकार ने विधान सभा का सत्र स्थगित कर दिया। हांलाकि इस दौरान अनुपूरक बजट और 12 विधेयक पास भी हुए। लेकिन कुछ मामलों पर सरकार विपक्ष के सवालों का जबाव देने से कतराती रही। सरकार और विपक्ष की नूरा कुश्ती के बीच गैरसैंण के सत्र से कुछ भी किसी को हासिल नहीं हो सका। गैरसैंण में चल रहा विधानसभा सत्र दो दिनों की हलचल के बाद बीते शुक्रवार स्थगित हो गया।
बता दें कि जहाँ विधानसभा में अनुपूरक बजट पेश हुआ वहीं कई अन्य प्रस्ताव भी पारित हुए । लेकिन इस दौरान विपक्ष की भूमिका लगातार आश्चर्यजनक रही। विपक्ष पूरे सदन में एक मित्र विपक्ष की भूमिका में रहा। देवभूमि उत्तराखंड का शीतकालीन विधानसभा सत्र शुक्रवार को ज़ोरदार हंगामे के साथ अनिश्चितकालीन के लिए स्थगित कर दिया गया जिसके साथ शीतकालीन सत्र का औपचारिक समापन हो गया। इस दौरान अनुपूरक बजट के साथ तक़रीबन 12 विधेयक पास हुए।
लेकिन सत्र के दौरान पहले दिन और दूसरे दिन विपक्ष की भूमिका सवालों के घेरे में रही इसके बावजूद विपक्ष नेसरकार को घेरने के लिए हाँ कई मुद्दों को उठाने की कोशिश की जिनमें जिन में जब जमरानी में हो रहा अवैध खनन और राज्यमंत्री रेखा आर्या के पति का किडनी प्रकरण था। जिसको लेकर विपक्ष ने जमकर हमला बोला इसके साथ ही दो राजधानी प्रकरण को भी विपक्ष ने उठाने की कोशिश की।
साथ ही सदन में एक बार फिर अवैध खनन को लेकर भीम ताल के विधायक राम सिंह खैरा ने कहा कि विभागीय अधिकारी इस बात की लगातार अनदेखी करते जा रहे हैं। जमरानी ने लगातार खनन जनता की उम्मीदों को ताक पर रखकर किया जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने क्षेत्र में सीवर, बिजली, पानी के अलावा स्वास्थ्य जैसी गंभीर बातों पर भी सदन का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश की।