बिहार

कैंसर के रोकथाम के लिए जन जागरूकता जरूरी : डा. प्रीतांजलि

cancer कैंसर के रोकथाम के लिए जन जागरूकता जरूरी : डा. प्रीतांजलि

पटना। कैंसर जैसी खतरनाक एवं जानलेवा बीमारी के पीछे मुख्य कारक तम्बाकू उत्पाद का उपयोग और धूम्रपान हैं इस गंभीर ​बीमारी से निजात पाने के लिए लोगों में जागरूकता लानी होगी। ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एम्स) पटना की कैंसर रोग के विशेषज्ञ डॉक्टर प्रीतांजलि सिंह ने एक भेट वार्ता में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आज की तेज रफ्तार जिंदगी में दूषित पर्यावरण, खाने-पिने की चीजों में मिलावट, फास्टफूड के अत्यधिक सेवन से कैंसर होने का खतरा रहता है। लेकिन सबसे ज्यादा खतरा धूम्रपान एवं तम्बाकू उत्पादों का सेवन से होता है। जो आंकड़ों के मुताबिक करीब 40 प्रतिशत तक कैंसर के कारक होते हैं।

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उन्होंने बताया कि कैंसर मरीजों की संख्या अगर इसी तरह बढ़ती रही तो 2030 तक विश्व में करीब 22 मिलियन लोग हर वर्ष कैंसर से पीड़ित हो जाएंगे जो की ऑस्ट्रेलिया की आबादी के बराबर होगा। उन्होंने कहा कि यह बीमारी किसी भी उम्र में हो सकती है,नवजात शिशु से लेकर बुढ़ापे तक। पुरुषों में सबसे अधिक फेफड़े और मुख का कैंसर होता है, जबकि महिलाओं में ब्रैस्ट कैंसर का प्रतिशत अधिकतम है। डॉ. सिंह ने बताया कि कैंसर दो तरह के होते हैं जिन्हें क्रमशः बेनिंग ट्यूमर्स (साधारण ट्यूमर्स)और मैलिग्नेंट नियोप्लास्म या ट्यूमर्स कहते हैं। कैंसर के कई कारक होते हैं जिनमें अनुवांशिक, तम्बाकू उत्पादों का सेवन, धूम्रपान, रेडियोधर्मी पदार्थों के विकिरण, कार्सिनोजेन (कर्कटजनक) पदार्थ, रासायनिक पदार्थ, आदि का अनावरण शामिल हैं।

कैंसर से निदान के उपायों के बारे में बताते हुए डॉ० सिंह ने कहा कि हमें अपनी रोजमर्रा की जीवनशैली में बदलाव लाने की आवश्यकता है। हमें शारीरिक गतिविधियों जैसे व्यायाम, जॉगिंग, खेलकूद आदि के साथ-साथ खाने-पीने में ध्यान देने की आवश्यकता है और धूम्रपान एवं तम्बाकू उत्पादों के सेवन को पूरी तरह छोड़ देना चाहिए। अगर हम इन बदलाव को अपने जीवन में लाते हैं तो कैंसर से बहुत हद तक बचा जा सकता है।

उन्होंने कहा कि वर्ष 1933 से यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल (यूआईसीसी) के निर्देशानुसार जिनेवा, स्विट्जरलैंड में विश्व कैंसर दिवस पहली बार मनाने का निर्णय लिया गया। इसी क्रम में हर वर्ष चार फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है और इस वर्ष (2016-17) का थीम वी कैन-आई कैन यानि हम और आप कैंसर से मुक्ति पा सकते हैं।

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