राजगढ़। ठेकेदार ने सूची बनाकर शौचालयों के निर्माण की जानकारी नगर परिषद राजगढ़ को सौपी लेकिन पार्षदों के अनुसार वह सूची गलत है और निर्माण हुआ ही नहीं इसी मामले को लेकर नगर परिषद राजगढ़ के मुख्य नगर पालिका अधिकारी ने 6 सदस्यों की जांच समिति बनाकर सत्येन्द्र सिंह सेंगर उप यंत्री,दीपक नागर उपाध्यक्ष,जगदीश दास एल्डरमेन,ओमप्रकाश शर्मा पार्षद जसोदा बाई गुर्जर पार्षद,मेहरुन्निशा पार्षद को सूचना दी कि बीते मंगलवार को दोपहर कार्यालय मे उपस्थित होकर सभी शौचलयों का सत्यापन करेंगे,सूचना के अनुसार पार्षद तो कार्यालय से दिए गए समयानुसार उपस्थित हो गए लेकिन मुख्य नगर पालिका अधिकारी गायब हो गए।
बता दें कि उनकी अनुपस्थिति देखकर पार्षदों ने उनको फोन लगाया तो मुख्य नगर पालिका अधिकारी ने किसी भी तरह की बेठक से अनभिग्ता जाहिर की और कहा की इसकी फाइल उप यंत्री दीक्षित के पास है वही बता सकेंगे लेकिन दीक्षित को भी पार्षद फोन लगते रहे लेकिन वह भी नदारद रहे।
वहीं पार्षदों का कहना है की अधूरे पड़े शोचालय पूरे नहीं हुए है और जांच समिति बनाकर अधिकारी नदारद रहते है ऐसे मे क्या राजगढ़ मे शोचलयों का निर्माण समय पर हो पाएगा या यू हि घोटाले होते रहेंगे।उल्लेखनीय यह है कि राजगढ़ मे भाजपा की ही परिषद है और जांच के लिए बुलाए गए पार्षद भी भाजपा के ही थे। इसके बावजूद अधिकारी नदारद रहे। इससे स्वच्छ भारत मिशन का सपना क्या राजगढ़ मे पूरा हो पाएगा।