नई दिल्ली। नोटबंदी को लेकर 27वां दिन है। लोग आज भी कैश के लिए बैंकों के बाहर खड़े हैं। विपक्ष संसद में सरकार पर हमलावर है। सरकार संसद के बाहर लगातार विपक्ष की बातों का जबाब जनता को समझाकर दे रहा है कि नोटबंदी कालेधन के खिलाफ की गई सर्जिकल स्ट्राइक की गई है। लेकिन इस मामले में कालेधन के कारोबारी लगातार बैंकर्स से तालमेल बैठाकर कालेधन को सफेद करने का खेल चल रहा है।
काली कमाई को सफेद करने का खेल
सबसे पहले काली कमाई के सौदागरों ने जनधन खाते को पहले निशाना बनाया। देश में खुले जनधन खातों में अचानक ही करोड़ों जमा हो गये। 8 नवम्बर के बाद से 23 नवम्बर तक 21000 करोड़ रूपये अचानक ही आने के वाल इन खातों को सरकार से सील कर दिया है लेकिन इन खातों में इतनी बड़ी रकम आई कैसे इसका जबाब ना तो खातोदारों के पास है ना ही बैंक के पास कि बिना पैन कार्ड के कैसे जमा हुए पैसे। मामले की जांच आयकर विभाग कर रहा है। लेकिन कालेधन के काले कुबेर अपने खेल को बड़ी ही सफाई से अंजाम दे रहे हैं।
बैंकर्स के जरिए हो रहा है काली कमाई का खेल
हाल में देश की राजधानी दिल्ली में पकड़े गये काली कमाई के खिलाड़ियों से मिली जानकारी के मुताबिक इस खेल को बैंकर्स को मिलाकर खेला जा रहा है। इस पूरे खेल में कई प्राइवेट सेक्टर के बैंक भी शामिल हैं। हाल में प्रवर्तन निदेशालय की टाम ने 40 करोड़ की ब्लैक मनी को नये नोटों में बदलने के इस धंधे का पर्दाफाश किया है। दो बैंक के कर्मचारियों को गिरफ्तार भी किया है। इससे साफ हो रहा है कि प्राइवेट सेक्टर के बैंकों में इस तरह का कोई खेल हो सकता है।
सरकार अब क्या उठायेगी कदम
इस मामले के खुलासे के बाद सरकार के माथे पर बल पड़ गये हैं। सरकार लगातार इस मामले को फुलप्रूफ बनाने के लिए योजना बना रही है। लेकिन जब बैंकर्स ही उसकी योजना में पलीता लगा रहे हों तो सरकार अब नया कदम उठाने की सोच रही है। इस मामले में केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री संतोष गंगवार ने भारत खबर से बातचीत करते हुए कहा कि इस बारे में विभागीय स्तर पर एक ठोस कार्य योजना के बिषय में बातचीत चल रही है।
हमारे दिल्ली वापस आने के बाद इस बारे में एक ठोस कदम भी सरकार की ओर से उठाया जायेगा। कालेधन के खात्मे के लेकर सरकार प्रतिबद्ध है। हर प्रयास किए जा रहे हैं। जिन बैंकों को लेकर शिकायत मिली है चाहे वो किसी भी सेक्टर के हों कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
सरकार अपने इरादे साफ कर चुकी है। कालेधन को लेकर सरकार ने नोटबंदी को लेकर 1000 और 500 के नोटों को बंद कर कालेधन पर लगाम लगाने की कवायद की है अब सरकार की इस कवायद पर काले धन के कुबेरों ने प्राइवेट बैंकर्स का सहारा लेकर अपना काला पैसे चेंज करने की प्लानिंग की थी लेकर इस का भी पर्दाफास होने के बाद अब प्राइवेट बैंक पर सरकार का शिकंजा और कड़ा हो सकता है।
(अजस्र पीयूष)