नई दिल्ली। देश के जाने-माने वरिष्ठ पत्रकार और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी ने मोदी सरकार पर करारा तंज कसा है। शौरी ने कहा कि मोदी सरकार की पहचान केवल झूठ बोलना है और सरकार नौकरियां पैदा करने जैसे कई विक्लपों में फ्लॉप साबित हो गई है। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मंत्री रह चुके अरुण शौरी ने देश के लोगों से आग्रह किया कि वो सरकार के कार्यों को सुक्ष्म रुप से आके और फिर कोई फैसला ले। एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए शौरी ने कहा कि वे ऐसे कई अखबारों में छपे विज्ञापनों का हवाला दे सकते है, जिसमें सरकार ने मुद्रा योजना के जरिए साढ़े पांच करोड़ से भी ज्यादा नौकरियां पैदा करने का आकड़ा दिया था। उन्होंने कहा कि इस बात को सुनकर आश्चर्यचकित होने की कोई बात नहीं है क्योंकि सरकार का काम ही झूठ फैलाना है।
वरिष्ठ पत्रकार ने आगे कहा कि हमें ये जांच नहीं करनी चाहिए कि एक व्यक्ति और नेता पिछले लंबे समय से क्या कर रहा है। उन्होंने कहा कि क्या हमें उसके काम पर बारीकी से नजर नहीं रखनी चाहिए। शौरी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का उदाहरण देते हुए कहा कि गांधी जी कहते थे कि कोई व्यक्ति क्या कर रहा है ये मत देखिए, बल्कि उसके चरित्र को देखिए और उसके चरित्र से सीखने की कोशिश कीजिए। उन्होंने आगे कहा कि हमने दो बार प्रधानमंत्री चुनने में भूल कर दी, एक बार वी.पी.सिंह को और एक बार नरेंद्र मोदी को चुनकर,वे वहीं बात कहते है जो कि उस क्षण के लिए इनके लिए सुविधाजनक होगी। इसी के साथ उन्होंने शीतकालिन सत्र को छोटा करने के लिए भी सरकार की कड़ी आलोचना की।