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नोटबंदी का असर गुजरात चुनाव में देखने को मिल रहा है: अखिलेश

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लखनऊ। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में सबसे ज्यादा किसान और व्यपारी परेशान हैं। नोटबंदी और जीएसटी से बहुत दिक्कत हुई है। देश की जनता ने 500 और 1000 के नोटों को निशानी के तौर पर रखा है। बाकी सारे पैसे बैंक में चले गए। केन्द्र के सब दावे झूठे निकले। नोटबंदी का असर गुजरात चुनाव में देखने को मिल रहा है।

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बता दें कि अखिलेश यादव रविवार को सपा प्रदेश मुख्यालय में उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापारी संगठन द्वारा आयोजित व्यापारी सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जो बदलाव चाहते हैं वो 2019 में दिखाई दे जाएगा। उन्होंने कहा कि यह तो रावण राज्य है। जब सपा की सरकार आएगी तो रामराज्य आएगा। गलत कानूनों से बचने का एक ही रास्ता है कि केन्द्र से भाजपा की सरकार को हटाना है और उत्तर प्रदेश ही ऐसा कर सकता है। एक बार रावण ने भी योगी बन कर ही सीता का हरण किया था।

वहीं अखिलेश का कहना है कि किसान और व्यापारी की जोड़ी हमेशा बनी रहना चाहिए। कानून व्यवस्था में यूपी सरकार फेल है। मथुरा, बनारस और सीतापुर के व्यापारियों से हुई लूट का खुलासा आज तक नहीं हो पाया है। विकास तो दूर की बात, हमारे लखनऊ आगरा एक्सप्रेस-वे से सबसे ज्यादा फायदा गरीब किसानों और व्यापारियों को हुआ है। जिसके हाथ में व्यापार की ताकत होती है। वह देश को आगे तक ले जाता है। सपा सरकार के विकास को भाजपा की सरकार ने रोकने का काम किया है।

वहीं सपा मुखिया ने कहा कि केंद्र ने जीएसटी के अलग-अलग स्लैब बना कर इंस्पेक्टर राज को बढ़ावा दे दिया। गुजरात में जैसे वोट पड़ा है उसमें भाजपा हार रही। इसी डर से कुछ बदलाव भी हो रहे हैं। अगर गुजरात के चुनाव नहीं होते तो इतनी रियायत टैक्स रेट में नहीं मिलती।  राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव ने कहा कि अमेरिका पूरी तरह से प्लाटिक करेंसी नहीं चला पाया है और ये इतने आगे बढ़ चुके हैं कि भारत में प्लाटिक करेंसी चलाने की बात करते हैं, नेट तो चलता नहीं है। कभी-कभी लखनऊ में भी नेटवर्क नहीं आता। उन्होंने कहा कि जब जीएसटी आया तो यह हम लोगों ने कहा कि कि पूरे रियल एस्टेट का काम बंद हो जाएगा, लेकिन नहीं सुना गया।

साथ ही राज्यसभा सांसद नरेश अग्रवाल ने कहा कि नोटबंदी, जीएसटी और अन्य काले कानूनों की वजह से भाजपा का वोट प्रतिशत कम हो गया। यह बैठक निकाय चुनाव से पहले होनी थी, लेकिन चुनाव आयोग ने इसकी परमिशन नहीं दी वरना नतीजे कुछ और होते। उन्होंने कहा, काला धन विदेश से लाने की बात की थी, लेकिन हिन्दुस्तान से काला धन लाने में लग गये। इसलिए अखिलेश से अच्छा नेता नहीं मिल सकता। कांग्रेस में कोई नेता नहीं है, जो हैं वो फिल्मी हैं। बहनजी घर से बाहर ही नहीं आतीं और भाजपा में बाबा हैं।

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