नई दिल्ली। जैसे-जैसे गुजरात चुनाव करीब आ रहे हैं। वैसे-वैसे सियासी पार्टियों की सोशल मीडिया टीमें युवाओं को अपनी तरफ करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं। गुजरात में 9 और 14 दिसंबर को वोटिंग होनी है। कांग्रेस 22 साल से राज्य की सत्ता में सुखा झेल रही है। लेकिन इस बार कांग्रेस गुजरात में अपनी सरकार बनाने में कोई कमी नहीं कर रही है। इसी बीच कांग्रेस द्वारा किए गए एक ट्विट का सर्वे कराया गया। जिसके बाद एक सीएम की मौत का मामला सुर्खियों में आ गया है। दरआसल कांग्रेस ने गुजरात विधानसभा चुनाव की सरगर्मी के बीच एक ट्विट कर सर्वे कराया था। जिसमें ये जानने की कोशिश की गई कि किस सीएम को पंचायती राज की चैंपियन माना जाना चाहिए। इसके लिए तीन नाम सामने आए। जिसमें पहला नाम आनंदी बेन पटेल का है और दूसरा बलवंत राय मेहनत और तीसरा केशुभाई पटेल और चौथा नाम नरेंद्र मोदी का है।
बता दें कि रिजल्ट में बलवंत राय को चुना गया। क्योंकि उन्होंने पंचायती राज की जड़े मजबूत बनाने के लिए अहम भूमिका निभाई थी। जैसे ही बलवंत राय का नाम सामने आया वैसे ही उनके जीवन से जुड़े सभी रहस्य भी सामने आने लगे। जिनमें से एक रहस्य उनकी हत्या से जुड़ा है। बलवंत राय की मौत पाकिस्तान द्वारा किए गए हवाई हमले से हुई थी। पाकिस्तान के प्लेन ने सितंबर 1995 में बलवंत राय के प्लेन को अपना निशाना बनाया था। हादसा कच्छ के रण में हुआ था, उस समेय मेहता बीचक्राफ्ट नाम के प्लेन में अपनी पत्नी, 3 स्टाफ मेंबर, एक पत्रकार और 2 क्रू मेंबर्स भी मौजूद थे।
साथ ही इस वक्त भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध का माहौल गर्म था और पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों को अंजाम देने की हर कोशिश में जुटा था। सूत्रों की माने तो मेहता के कच्छ बॉर्डर पर जाने से पहले उन्हें मीठापुर में रोका गया था। इस बीच जब मेहता का प्लेन मीठापुर से निकला तो पाकिस्तानी पायलेट कैश हुसैन ने उनके प्लेन को अपना निशाना बनाना शुरू कर दिया।
वहीं मीडिया रिपोर्ट की माने तो इस समय पायलट हुसैन (25 साल) ने करीब 3000फुट की ऊंचाई पर ही मेहता के प्लेन पर हमला किया था। ये यही वक्त था जब हुसैन पाकिस्तानी आर्मी की तरफ से हमले की अनुमति मिलने का इंतजार कर रहा था। जब हुसैन हमला करने जा रहा था उस समय मेहता के पायलट ने हवा में प्लेन की विंग्स हिलाकर दया मांगी थी। लेकिन हुसैन ने ऑर्डर मिलने के बाद मेहता के प्लेन पर हमला कर दिया।