पटना। बिहार में शराबबंदी लागू होने के चार महीने बाद भी उसे कारगर ढंग से लागू नहीं कराने वाले थाना प्रभारियों पर अब गाज गिरनी प्रारंभ हो गई है। इस क्रम में सरकार ने शुक्रवार को एक साथ 10 थाना प्रभारियों को निलंबित कर दिया है। राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) सुनील कुमार ने यहां पत्रकारों को इसकी जानकारी दी और कहा कि निलंबित थाना प्रभारियों को अगले 10 वर्षो तक किसी थाने का प्रभार नहीं दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि निलंबित थाना प्रभारियों में पटना जिले के मसौढ़ी के थाना प्रभारी के अलावा मखदुमपुर (जहानाबाद), चांद (कैमूर), डिहरी (रोहतास), मरंगा (पूर्णिया), रूपौली (पूर्णिया), सुल्तानगंज (भागलपुर), मुफसिल (मोतिहारी), रून्नीसैदपुर (सीतामढ़ी) और बैरगनिया (सीतामढ़ी) के थाना प्रभारी शामिल हैं।
कुमार ने कहा कि इसके अलावा सरकार ने सिपाही रैंक के छह प्रशिक्षु पुलिसकर्मियो को भी लापरवाही बरतने के कारण बर्खास्त कर दिया है।
अपर पुलिस महानिदेशक ने कहा कि पिछले चार महीनों के दौरान उत्पाद अधिनियम के उल्लंघन के आरोप में 4736 लोगों को गिरफ्तार किया गया है तथा 96,878 लीटर देसी और 52,530 लीटर विदेशी शराब जब्त की गई है। उल्लेखनीय है कि बिहार में इस वर्ष अप्रैल महीने से शराब पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है।
राज्य में पूर्ण शराबबंदी को कड़ाई से लागू करने के लिए पिछले सोमवार को बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों से मद्य निषेध एवं उत्पाद विधेयक 2016 पारित हो गया है।