उत्तर प्रदेश सरकार भले ही सरकारी विद्यालय की व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है लेकिन सरकार के लाख प्रयास के बाद भी सरकारी विद्यालयों की व्यवस्थाओं में सुधार नहीं हो पा रहा है। कुछ ऐसा ही नजारा इन दिनों संत कबीरनगर जिले के राजकीय कन्या इंटर कॉलेज में देखने को मिल रहा है।
संत कबीर नगर जिला मुख्यालय खलीलाबाद में स्थित राजकीय कन्या इंटर कॉलेज में कुल 1125 छात्राओं ने अपना पजीयन कराया है लेकिन पिछले चार वर्षों से प्रधानाचार्य समेत कुल 9 शिक्षिकाएं हैं जिससे पठन पाठन पूरी तरह से प्रभावित हो रहा है। इसे ठीक करने के लिए विद्यालय के प्रधानाचार्या ने अभिभावक सम्मेलन में अभिभावकों पर प्रति वर्ष 400 रूपये प्रति छात्रा अतरिक्त बोझ लाद दिया है जिसको अभिभावकों ने भी मजबूर होकर इसका सहर्ष स्वीकार्य किया है। जबकि दबी जुबान से अभिभावक अपने ऊपर लदे इस बोझ का मुख्य जिम्मेदार प्रदेश सरकार को मान रहे हैं।
इस पुरे मामले पर राजकीय कन्या इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्या श्री मती आशा यादव ने बताया कि पठन पाठन चुस्त दुरुस्थ करने के लिए अभिभावकों की सहमति पर अतरिक्त शिक्षिक रखकर पठन पाठन का कार्य कराया जा रहा है इस कॉलेज में मुझे छोड़कर कोई लेक्चरर नही हैं। उन्होंने बताया है कि उनके समेत कुल 9 शिक्षकाएं हैं और इसके लिए शासन को पत्र भी लिखा गया है लेकिन कोई इसका कोई हल नहीं निकल पा रहा है।