आगरा। ताजमहल के संरक्षण के लिए कुछ नय कदम उठाए जा सकते हैं। जिनमें तय किया जाएगा कि हर दिन कितनी संख्या में लोग वहां घुमने जाएंगे और कितने समय तक वहा घुम सकते हैं। दरअसल ताज महल को लेकर जो कदम उठाए गए हैं उनमें तय किया जाएगा कि वहीं हर दिन 40.000 लोग 3 घंटे घुम सकते हैं। यह जानकारी संस्कृति मंत्रालय के एक सूत्र द्वारा मिली है। संस्कृति सचिव रविंद्र सिंह ने बीते मंगलवार को एएसआई के अधिकारियों, आगरा जिला प्रशासन के प्रतिनिधियों और केंद्रीय औद्दोगिक सुरक्षा बल के अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की जिसमें ये फैसला किया गया। मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि टिकट की ब्रिकी ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों 40,000 की संख्या पर रोक दी जाएगी।
बता दें कि इस वक्त ताजमहल को दएखने के लिए किसी भी तरह की कोई रोकटोक नहीं है। पर्यटन के मुख्य मौसम में और दूसरे मौकों पर कई बार पर्यटकों की संख्या हर दिन 60,000 से 70,000 तक हो जाती है। अधिकारियों का कहना है कि पर्यटकों संख्या सीमित करने का फैसला नेशनल इन्वायरनमेंटल इंजीनियरिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट (नीरी) की रिपोर्ट में दी गयी अंतिम सिफारिश पर आधारित है।
वहीं बीते महीने सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को हलफ़नामा सौंपकर बताया कि ताजमहल के संरक्षण और आगरा के विकास के लिए कई योजनाएं सरकार ने तैयार की हैं। इनमें आगरा में डीजल जनरेटर पर पाबन्दी, CNG वाहनों पर ज़ोर, प्रदूषण पर नियंत्रण और पॉलीथिन पर पाबन्दी जैसे कदम भी शामिल हैं। आगरा महायोजना 2021 के तहत डबल रिंगरोड के साथ नेशनल हाइवेज को चौड़ा किया जा रहा है। इसके अलावा पौधे लगाने, प्रदूषणकारी उद्योगों की शिफ्टिंग सहित कई और योजनाए हैं, जिनसे ना केवल ताज को संरक्षित रखा जा सकेगा बल्कि पर्यटकों को भी सुविधा मिलेगी।