नई दिल्ली। देश में नोटबंदी के बाद से लगातार भारी मात्रा में कालेधन के सामने आने की खबरें आ रही है, हालांकि ये कालाधन पकड़ा नहीं जा रहा है बल्कि कहीं कूड़े में जलता मिल रहा है तो कही पर नदियाें में बहता हुआ। ऐसा ही कुछ एकबार फिर से राजस्थान से खबर आ रही है जहां पर एक एसयूवी कार से 500 और 1000 के नोट अचानक से उड़ने लगे, उड़ते हुए नोट आधे जले हुए थे। जांच में अब तक पता चला है कि गाड़ी राजस्थान से हरियाणा के चुरु जा रही थी। बताया जा रहा है कि कार के बोनट में 500 और 1000 के पुराने नोट रखे हुए थे, गाड़ी में अचानके से किसी कारणवश आग लग गई जिसके चलते नोट जलकर उड़ने लगे। नोटों को उड़ता देख पलभर में वहां लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई और लोग नोटो को लूटने में लग गए।
सूत्र बताते हैं कि गाड़ी से जब नोट उड़ने लग तो गाड़ी सवार पकड़े जाने के डर से गाड़ी को वहीं पर छोड़कर भाग गया। लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी, मौके पर पहुंच कर प्रशासन ने नोटों को जब्त कर लिया। पुलिस के अधिकारियों ने बताया है कि कार की बोनट में करीब 50 लाख रुपए थे ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि गाड़ी सवार इन नोटों को कहीं ठिकाने पर लगाने को ले जा रहा था।
पहले भी जलते पाए गए हैं नोट- यह घटना उत्तर प्रदेश के बरेली की थी, जहां से भारी मात्रा में कालेधन का मामला सामने आया। बरेली के परसा खेड़ा के रोट पर 500 और 1000 के नोटों से भरे बोरे जलते पाए गए थे।बोरों में भरे जलते नोटों ने पूरे इलाके में सनसनी मचा दी, लोगों ने इसकी खबर स्थानीय पुलिस को दी एक पल को तो कोई इस पर विश्वास करने को तैयार नहीं था, बाद में पुलिस ने स्थान पर पहुंच कर जले नोटों और बोरे को प्रयोगशाला में जांच के लिए भेज दिए गए। बताया जा रहा है कि जलते नोटों का खेप शहर के एक बड़े उद्योगपति के फैक्ट्री के बाहर पाया गया था।
गंगा में बहते मिले थे नोट- मिर्जापुर में नारघाट पर शुक्रवार को गंगा नदी में फटे हुए 1000 के नोट पाए गए। एक अनुमान के अनुसार इनकी कीमत पचास हजार के करीब होगी।जैसे ही ये खबर फैली तो लोगों का जमावड़ा लग गया। कुछ लोग नदी में कूदे भी, लेकिन निराशा ही हाथ लगी। क्योंकि नदी में नोट फाड़कर फेंके गए थे। कुछ लोग तो नाव पर गंगा के पानी से इकट्ठा किया गया हजार का नोट भी निकाल कर रखा हुआ था। यह सभी हजार के नोट हैं किसी ने बीती रात इसे गंगा में फेंक दिया।
नोटों का इस तरह से जलता और बहता पाया जाना यह साबित करता है कि देश में कालेधन रखने वालाें में काफी हलचल है, और जैसे जैसे सरकार द्वारा निर्धारित पैसों को जमा करने की तारीख नजदीक आ रही है, कालाधन रखने वाले लोगों में बौखलाहट देखी जा रही है। जिसका परिणाम यह है कि एक समय जो नोट तिजोरियों में छिपा कर रखे जाते थे वही नोट अब जल और नदियों में बह रहे हैं।
-अभिलाष श्रीवास्तव