पटना। बिहार की राजधानी पटना में एक ऐसी पॉलीटिकल शादी होगी जिसमें न कोई बैंड होगा न बाजा और न ही बारातियों का स्वागत किया जाएगा। मेहमानों को खाने और नाश्ते के बजाय भगवान के भोग लगाया हुआ प्रसाद दिया जाएगा। इस अनोखी शादी के लिए लोगों को वाट्सअप और ई-मेल द्वारा निमंत्रित किया जा रहा है। बिहार के उपमुख्यमंत्री और बीजेपी के नेता सुशील कुमार मोदी इसी ढंग से अपने बेटे की शादी करने जा रहे हैं। सुशील मोदी के बेटे की ऐसी शादी में सीएम नीतीश कुमार के दहेज विरोधी अभियान की झलक भी देखने को मिलेगी। बल्कि पीएम मोदी के डिजिटल इंडिया का भी समावेश देखने को मिलेगा।
बता दें कि सुशील मोदी का कहना है कि राज्य सरकार देखने दहेज लेने के लिए लोगों को मना कर रही है। ऐसे में मैंने भी बेटे की शादी में दहेज लेने से मना कर दिया है। लोगों को भेजे जा रहे निमंत्रण पत्र में भी इसकी घोषणा की गई है कि इस विवाह में किसी प्रकार का दहेज नहीं लिया जा रहा है। इस संबंध में पूछे जाने पर मोदी ने कहा कि यह मेरे द्वारा की गई घोषणा है। यह बात सार्वजनिक होनी चाहिए।
वहीं प्रधानमंत्री मोदी को भी सोशल मीडिया के जरिए ही शादी का कार्ड भेजा गया। बेंगलुरू की एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करने वाले उत्कर्ष का विवाह कोलकाता की एक लड़की (चार्टर्ड अकाउंटेंट) से तय हुई है। पटना के राजेंद्र नगर के शाखा मैदान में आयोजित होने वाला यह वैवाहिक कार्यक्रम तीन दिसंबर को दिन में ही आयोजित होगा। मैदान में 1500 कुर्सियां लगाई जाएंगी। इस विवाह में आने वाले लोगों को खाने के लिए सिर्फ ‘प्रसाद’ मिलेगा।