पटना। दहेज प्रथा और बाल विवाह जैसी कुप्रथाओं को बैन करने के लिए बिहार सरकार कृतसंक्लप है। इन कुप्रथाओं को खत्म करने के लिए नीतीश सरकार ने मानव श्रृंखला बनाकर लोगों को जागरुक करने का प्रण लिया है। इसी कड़ी में बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने 21 जनवरी को बनाए जाने वाली मानव श्रृंखला में शामिल होने के लिए विपक्षी दलों को भी न्योता दिया है। मोदी ने कांग्रेस और आरजेडी से अपील करते हुए कहा कि ऐसी समाज विरोधी कुप्रथा को खत्म करने के लिए वो सरकार के साथ आए।
उन्होंने सभी विपक्षी पार्टियों से दलीय राजनीति से ऊपर उठकर सामाजित कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाने की अपील की है। सुशील मोदी ने कहा कि बिहार देश का पहला राज्य है जो आर्थिक प्रगति की दिशा में तेजी से आगे बढ़ने के साथ सामाजिक कुरीतियों के खात्मे के लिए भी प्रयास कर रहा है। बाल विवाह को खत्म कर जहां हम महिलाओं के स्वास्थ्य की रक्षा करेंगे वहीं दहेज के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद कर अनेक जिंदगियों और परिवारों को बर्बाद होने से बचा सकेंगे।
गौरतलब है कि पटना हाईकोर्ट ने सरकार से कहा है कि मानव श्रृंखला में बच्चों के शामिल होने या न होने के लिए उनके माता-पिता से इजाजत मांगी जाए। हाईकोर्ट ने कहा था कि मानव श्रृंखला बनाने के लिए बच्चों के इस्तेमाल तब तक न किया जाए जब तक उनके अभिभावक इसके लिए परमिशन नहीं देते हैं। कोर्ट ने ये आदेश मानव श्रृंखला को लेकर दायर के याचिका की सुनवाई के दौरान दिया गया था।