देहरादून। संजय चोपड़ा राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार से सम्मानित राष्ट्रीय इण्टर कालेज रायपुर देहरादून के छात्र सुमित ममगांई को राज्यपाल डा. कृष्ण कांत पाल ने सोमवार को राजभवन में सम्मानित किया। कक्षा नौ के छात्र सुमित ममगांई ने नवम्बर 2015 में बाघ के हमला करने पर अपने चचेरे भाई के प्राणों की रक्षा की थी। सुमित और उसका चचेरा भाई अपने पशुओं का चारा लेने जंगल गए थे जहां गुलदार ने सुमित के भाई रितेश पर बाघ झपट पड़ा। बाघ के हमले से बिना घबराए व साहस दिखाते हुए सुमित ने घास काटने वाले पाठल से बाघ पर वार कर दिया। सुमित ने पत्थरों से भी बाघ पर वार कर किया, जिससे बाघ रितेश को छोड़कर भाग गया।
सुमित ने सूझ-बूझ दिखाते हुए रितेश को घर तक पहुंंचाया उसने और उसके बाद तुरंत आपातकालीन सेवा 108 पर फोन कर रितेश को देहरादून चिकित्सालय पहुंचाया। सिर पर किए गए हमले व घाव के इलाज के बाद रितेश पूर्णतः स्वस्थ हो गया। अपनी जान को जोखिम में डालकर रितेश की जान बचाने वाले सुमित ममगांई को राज्यपाल ने पचास हजार रुपये की पुरस्कार धनराशि व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। साथ ही सुमित के माता-पिता को भी सम्मानित किया।
इस अवसर पर राज्य बाल कल्याण परिषद के उपाध्यक्ष डा. आई.एस. पाल व कुसुम रानी नैथानी सहित परिषद के कई पदाधिकारी भी उपस्थित थे।