उत्तर प्रदेश में ट्रेन की चपेट में आने के कारण एक छात्रा की मौत का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि यह छात्रा चलती ट्रेन से नीचे उतरने का प्रयास कर रही थी लेकिन वह ट्रेन की चपेट में आई गई जिससे उसकी मौत हो गई। दरअसल उत्तर प्रदेश फतेहपुर जिले के थाना सुल्तानपुर के बबइया ऐरायां गांव निवासी राम शरण मौर्य जो मेहनत मजदूरी करके अपनी बेटी सरस्वती को पढ़ा लिखा रहा था। बेटी सरस्वती ने इस वर्ष एम एस सी की परीक्षा पास की थी। सरस्वती आगे भी पढ़ना चाहती थी।
अपने पिता के साथ इलाहाबाद पी एच डी के एडमिशन के सिलसिले में गई हुई थी। कॉलेज का कार्य पूरा करने के बाद घर वापसी के लिए इन्होंने इलाहाबाद रेलवे स्टेशन से पेसेंजर गाड़ी का टिकट लिया। मगर गाड़ी छूट गई। ऐसे में वह दूसरी गाड़ी झारखण्ड एक्सप्रेस में बैठ गए मगर यह गाड़ी खागा स्टेशन नहीं रुकी और यह फतेहपुर आ गए। इसके पहले गाड़ी पूरी तरह से स्टेशन पर रुकती, सरस्वती चलती ट्रैन से ही उतरने के लिए कूद पड़ी।
जिसके चलते वह ट्रैन के चपेट में आ गई। गाड़ी रुकने के के बाद जी आरपी के जवानो ने जख्मी छात्रा को इलाज के लिए एम्बुलेंस का सहारा लेते हुए जिला अस्पताल भेज दिया। वही डाक्टरों ने उपचार के बाद हालत नाजुक देख छात्रा को कानपुर के लिए रेफर कर दिया। लेकिन अस्पताल ले जाते वक्त ही उसकी मौत हो गई। वही छात्रा के पिता और परिजनों का रो रो कर हाल बुरा है। इस बारे में इंस्पेक्टर राम बहादुर ने बताया की यह बाप बेटी झारखंड एक्सप्रेस से आ रहे थे। यहां उसका स्टोपेच तीन नम्बर स्टेशन पर दिया हुया था। गाड़ी ठीक से रुकी भी नहीं थी। की यह लड़की अचानक कूद गई। जिससे इसके हाथ पैर में बुरी तरह से चोटें आ गई। लेकिन रेफर करने के बाद दूसरे अस्पताल ले जाते वक्त उसकी मौत हो गई।