गोपेश्वर। विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान होते ही प्रशासन ने कमर कस ली है। उत्तराखण्ड के पर्वतीय जनपद चमोली में इस बार के चुनाव में मतदान केंद्रों संख्या बढ़ी है। ऐसा मतदाताओं के अनुरोध और निर्वाचन आयोग के मानदंडों के आधार पर किया गया है।
चमोली जनपद के बदरीनाथ, कर्णप्रयाग और थराली विधानसभा सीट में अब तक 552 मतदान केंद्र थे। यह संख्या अब बढ कर 595 हो गई है। सबसे अधिक मतदान केंद्र कर्णप्रयाग विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र में बढे है यहां पहले 169 मतदान केंद्र थे यहां 19 मतदान केंद्र बढ़े अब यहां कुल मतदान केंदों की संख्या 188 हो गई है। थराली विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र में 14 मतदान केंद्र बढ़े है। यहां पहले मतदान केंद्रों की संख्या 178 थी। सबसे अधिक मतदान केंद्र बदरीनाथ विधान सभा क्षेत्र में है। यहां मतदान केंद्रों की संख्या अभी तक 205 थी। यहां दस मतदान केंद्र बढ़े है।
बदरीनाथ विधान सभा क्षेत्र विषम भौगोलिक परिस्थिति वाला है और यहां 9 गांवों के ऐसे मतदाता है जो शीतकाल में तराई क्षेत्र में और गर्मियों में ऊंचे स्थानों पर अपने गांवों में रहते है। जब वे अपने उपरी गांव में नहीं रहते है यदि उस समय चुनाव हुआ तो वे अपने तराई वाले मतदान केंद्रों में मतदान करते है ऐसे गांव में माणा, नीती, गमशाली, कैलाशपुर, झेलम, जुम्मा, द्रोणागिरी व मलारी है। सहायक निर्वाचन अधिकारी त्रेपद सिंह ने इस बारे में जानकारी देते हुये बताया कि इन गांवों के लोग इस बार मतदान कहां करेंगे इसके लिए संबंधित ग्राम प्रधान, राजनैतिक दलों के साथ विचार विमर्श करने के बाद ग्रीष्म कालीन मतदान स्थलों पर शिफ्ट किये जायेंगे।