आए दिन हो रहे NIA की छापेमारी से परेशान होकर कश्मीरी अलगाववादी नेताओं के जरिए कट्टरपंथी सईद अली शाह गिलानी के नेतृत्व में सोमवार को बुलाई गई बैठक पुलिस के सख्त रवैये के चलते नहीं हो पाई है। पुलिस ने छापेारी कर हुर्रियत प्रमुख मीरवाईज मौलवी उमर फारुक को उन्हीं के घर में नजर बंद कर दिया है, पुलिस ने नजरबंदी भंग करने के आरोप में JKLF मोहम्मद यासीन मलिक को अपनी हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने सख्त रवैया अपनाते हुए सईद अली शाह गिलानी के घर किसी भी अलगाववादी नेता के दाखिले पर रोक लगा दी है।
अलगाववादी नेताओं पर स्टिंग में नईम अहमद के जरिए घाटी में पाकिस्तान से आए आतंकी और टेरर फंडिंग और हाफिज सईद के साथ संबंध का खुलासा हुआ था। स्टिंग के सामने आने के बाद NIA ने एफआईआर दर्ज की थी और कश्मीर के अलगाववादी नेताओं के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी। छापेमारी में NIA टीम को काफी सफलता हासिल हुई थी। NIA ने छापेमारी के दौरान कई सारे जरूरी दस्तावेज जब्त किए थे, छापेमारी में करोड़ों रूपए और कई सारे लेटर हैड बरामद हुए हैं। NIA ने कश्मीर में कई अलगाववादी नेताओं और आतंकियों के नेटवर्क से जुड़े कई सारे स्थानीय व्यापारियों के घर पर छापेमारी की, वहां से भी NIA टीम को जबरदस्त सफलता हाथ लगी। अभी भी NIA टीम ने कई स्थानीय व्यापारियों के घरों पर छापेमारी शुरू कर रखी है। NIA की कार्रवाई के चलते अलगाववादी खेमें में अफरा तफरी का माहौल बना हुआ है।
वही सोमवार को अलगाववादी नेताओं का गिलानी के घर पर जमा होने से पुलिस ने हुर्रियत के प्रमुख फारुक को उन्हीं के घर में नजर बंद कर दिया। हालांकि उसने अपने साथियों के साथ घर के बाहर जाने का कई बार प्रयास किया लेकिन घर के बाहर खड़ी पुलिस ने उन्हें वापस घर में लौटने पर मजबूर कर दिया।