कानपुर देहात।कानपुर देहात जिले के जिला मुख्यालय पर एक ऐसा वाकया हुआ जिसने इमानदारी और अपने व्यक्तित्व की छाप छोड़ दी। जब कानपुर देहात जिले के हेडक्वॉर्टर माती में मंगलवार दोपहर पुलिसवाले ऊंघ रहे थे। करीब 1:30 बजे लखनऊ से आई यूपी रोडवेज की बस से एक फुर्तीला युवक उतरा। पीठ पर बैगलादे युवक ने टेंपो पकड़ा और अकबरपुर की तरफ रवाना हो गया।
वहां पहुंच कर युवक ने एसपी बंगले के बाहर खड़े गार्ड से अंदर जाने की बात पूछी तो उसने हां में इशारा किया।युवक सामान्य इंसान की तरह अंदर गया और नजारा देखा। चुपचाप स्टेनो के पास पहुंचकर सीयूजी सिम मांगा। सिम मांगते ही स्टेनो का दिमाग चकराया और पूछा, ‘कौन हैं आप जो सिम मांग रहे हैं’? युवक ने जवाब दिया, ‘मैं प्रभाकर चौधरी’ हूं।
नाम सुनते ही स्टेनो के पांव की जमीन सरक गई । एसपी बंगले में मौजूद पुलिसवालों में खलबली मच गई। हर कोई सावधान की मुद्रा में आ गया और नए कप्तान को सलाम किया। ग्रामीण जिले कानपुर देहात में हर ओर प्रभाकर चौधरी की चर्चा हो रही है।
2010 बैच के आईपीएस इससे पहले पूर्वांचल में पोस्टिंग के दौरान पुलिसवालों के इम्तिहान लेने समेत कई मामलों में चर्चा में रहे हैं। हालांकि सरकारी सुविधाएं न लेकर आम आदमी की तरह बस से आने पर चौधरी ने कहा कि मेरे लिए यह सामान्य बात है। स्टूडेंट लाइफ में दोस्तों के साथ हम ऐसे ही घूमते थे। फैमिली लखनऊ में थी, तो मैं आराम से बस से कानपुर देहात आ गया। इसके अलावा कुछ महसूस नहीं होता।