नई दिल्ली। सहारनपुर में हो रही जाती हिंसा की आग अब सत्ता के गलियारों तक जा पहुंची है। सूबे की योगी सरकार पर विपक्ष में बैठी समाजवादी पार्टी ने निशाना साधा है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि हम प्रदेश में हो रही इस तरह की घटना की कड़ी निंदा करते हैं। इसके साथ ही सपा प्रदेश सरकार से इस वारदात में पीडित परिवार वालों को मुआवजा और तत्काल सुरक्षा दिए जाने की मांग भी करती है। साथ ही वहां पर इस तरह के हालात पैदा करने वालों पर सख्ती के साथ कार्रवाई और इस प्रकरण में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के विरूद्ध कार्रवाई करने की मांग करते हैं।
इसके बाद पार्टी के मुख्य प्रवक्ता चौधरी ने कहा कि यूपी में भाजपा की सरकार आते ही अराजक तत्वों के हौसले बढ़ गये हैं। आये दिन डकैती, हत्या और बलात्कार की घटनाएं देखने को मिल रही हैं। 2 महीने की सरकार में दलितों की हालत बत्तर हो गई है। सीएम की कोई चेतावनी काम नहीं आ रही है। सहारनपुर में हुई ये घटना सूबे की योगी सरकार के ऊपर एक बदनुमा धब्बा है। क्योंकि अगर आजादी के 70 साल बाद भी दलितों को आत्म सम्मान नहीं मिल रहा है। उन्हें जीने के लिए धर्म परिवर्तन और पलायन जैसे रास्तों को अपनाना पड़े तो सूबे की सरकार के लिए शर्म की बात है।
सरकार के सख्त प्रशासन के सारे दावों की पोल सहारनपुर में हुई जातीयो हिंसा की वारदात ने खोलकर रख दी है। सीएम योगी की बात का असर 1 जिले में नहीं दिख रहा है। हालातों को देखकर लग रहा है आने वाला समय यूपी के लिए और घातक होगा। सूबे में लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता को बचा पाना अब और मुश्किल होगा। क्योंकि खुद सीएम योगी बार-बार कहते हैं कि विपक्ष तो बचा ही नहीं है। इसी के चलते बीजेपी और आर एस एस अपने सभी विरोधियों को खत्म करने पर लगी हैं।